खाने और ख़रीदारी के शौकीनों की ख़ास पसंद बना हुनर हाट

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मुंबई- के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में चल रहे 40वें हुनर हाट को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। 16 अप्रैल से शुरू हुए हुनर हाट में पहले दिन से ही लोगों की भारी आमद देखी गई। हर दिन बड़ी संख्या में लोग बीकेसी ग्राउंड पहुँच कर हुनर हाट का हिस्सा बन रहे हैं। यहाँ लोग न सिर्फ़ अच्छी तादाद में ख़रीदारी करके दस्तकारों और शिल्पकारों का हौसला बढ़ा रहे हैं बल्कि फूड कोर्ट में पारंपरिक लज़ीज़ व्यंजनों और पकवानों का जमकर लुत्फ़ उठा रहे हैं।

हुनर हाट में सबके लिए कुछ न कुछ ख़ास है। दैनिक ज़रूरत की छोटी-छोटी चीजों से लेकर बड़ी-बड़ी वस्तुएं उचित रेट पर बिक रही हैं।बच्चों के खिलौनों से लेकर पत्थर की बड़ी बड़ी मूर्तियों और लोहे-लकड़ी के शानदार फर्नीचर की एक बड़ी रेंज उपलब्ध है। मिट्टी, चीनी मिट्टी, पीतल के खूबसूरत प्रोडक्ट, बेंत और बांस से बना सामान, चमड़े का सामान, पेंटिंग्स, ड्राई फ्लॉवर्स, एंटीक पीस, तरह तरह के कपड़े, कार्पेट और साज-सज्जा के सामान से सजे आकर्षक स्टॉल लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।

फूड कोर्ट के करीब 60 स्टॉल जो अलग अलग राज्यों के पारंपरिक स्वादिष्ट खाने के हैं, वो भी लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं। चाय, कुल्फी से लेकर बिहार का लिट्टी-चोखा, राजस्थान का दाल बाटी चूरमा, रबड़ी-जलेबी, दिल्ली का चाट, इंदौरी पोहा, मूंग की दाल का चीला और अन्य तमाम लज़ीज़ व्यंजन एक ही कैम्पस में उपलब्ध है। देश के कोने कोने का स्वाद इन स्टॉल पर लिया जा सकता है। नॉन वेज खाने के तहत मशहूर हैदराबादी बिरयानी, मुगलई फूड, चिकन कबाब और टिक्का, सींक कबाब और अन्य कई तरह का मेन्यू मौजूद है। फूड कोर्ट में सुकून से बैठ कर खाने की उचित व्यवस्था की गई है।

क्राफ़्ट, क्यूज़ीन और कल्चर का संगम। हुनर हाट अपनी इस टैगलाइन को पूरी तरह से सही साबित कर रहा है। खूबसूरत क्राफ़्ट और शानदार क्यूज़ीन के अलावा हर दिन शाम को संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं जिसमें बॉलीवुड के बड़े कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हैं। इसके अलावा मशहूर रैम्बो इंटरनेशनल सर्कस के बेहतरीन आर्टिस्ट हैरतअंगेज़ करतब दिखा रहे हैं। ख़ास बात ये है कि हुनर हाट में प्रवेश पूरी तरह निशुल्क है। कहीं किसी तरह का कोई टिकट नहीं है।

27 अप्रैल तक चलने वाला हुनर हाट व्यवस्थाओं के लिहाज से भी हुनर हाट में इंतज़ाम चाक-चौबंद हैं। साफ-सफाई, सुरक्षा का बंदोबस्त काबिले-तारीफ़ है। जगह जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। एंट्री गेट से लेकर पूरे कैम्पस में बड़ी संख्या में निजी सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। हाउसकीपिंग स्टाफ भी मुस्तैद रहता है। जगह जगह डस्टबिन रखी गई हैं। इसके अलावा आयोजकों की टीम भी व्यवस्थाओं की निगरानी करती रहती है। हुनर हाट में आने वाले लोगों की सुविधा-सहूलियत का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

देश के अलग अलग हिस्सों में हुनर हाट का आयोजन केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय करता है और इसका मकसद “वोकल फॉर लोकल” अभियान को मज़बूत करना है। दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों और कलाकारों की कला को मान-सम्मान देते हुए उनको एक नई पहचान देने और आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।