धोटे बंधु सायंस काॅलेज मे वन्यजीव सप्ताहतंर्गत विविध स्पर्धाओंका सफल आयोजन

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वाढदिवसाच्या शुभेच्छा

गोंदिया,दि.10ः– गोंदिया शिक्षण संस्था के धोटे बंधु सायंस कॉलेज गोंदिया (जूलॉजी विभाग) के प्राचार्य डॉ. अंजन नायडू के कुशल मार्गदर्शन में गोंदिया निसर्ग मंडल के सहयोग से 1 से 7 अक्टूबर 2023 तक “अंतर्राष्ट्रीय वन्य जीवन सप्ताह 2023” बड़े उत्साह के साथ मनाया।

कार्यक्रम का आयोजन छात्रों और समाज में सतत विकास में वन्य जीवन के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से किया गया था। गोंदिया निसर्ग मंडल के सचिव मुकुंद धुर्वे के कुशल मार्गदर्शन में वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान – गो क्लीन, रंगोली प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता और वन्य जीवन संरक्षण विषय पर फैंसी फेस प्रतियोगिता जैसे विभिन्न कार्यक्रम  डॉ. गुणवंत गाडेकर, प्रमुख, प्राणीशास्त्र विभाग, और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. शीतल बनर्जी इनके उपस्थिती मे आयोजित किए गए।

इन स्पर्धा मे सुश्री योगेश्वरी सोनवणे (बी. एससी 5वें सेमेस्टर एम/जेड), कुसुम लांजेवार (बी. एससी 5वें सेमेस्टर, सीबीजेड) और मुस्कान ठाकरे (बी. एससी 5वें सेमेस्टर) ने रंगोली प्रतियोगिता में क्रमशः प्रथम और द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया।

एमएस। समीक्षा खोबरागड़े (बी. एससी प्रथम सेमेस्टर, पीसीएम समूह), कु. माधुरी बानेवार (बी.एससी 5सेम, सीबीजेड), कु. प्राची नाइकने ((बी. एससी 5वां सेमेस्टर, एम/जेड) और सुश्री युक्ति ठाकरे (बी. एससी 5वां सेमेस्टर, एम/जेड) और श्री चित्रजीत मस्करे (बी. एससी 5वां सेमेस्टर, एम/जेड) प्रथम, द्वितीय स्थान पर रहे। और पोस्टर प्रतियोगिता में क्रमशः तीसरा।

फैंसी फेस प्रतियोगिता में चित्रजीत मसकरे (बी. एससी 5वें सेमेस्टर, एम/जेड), रचना शॉ (बी. एससी तीसरे सेमेस्टर) और सिमरन असवानी (बी. एससी तीसरे सेमेस्टर) क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे।

ये सभी प्रतियोगिताएं वन्य जीव संरक्षण विषय पर आधारित थीं। इन सभी कार्यक्रमों में बी.एससी प्रथम सेमेस्टर, तृतीय सेमेस्टर और पांचवें सेमेस्टर के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शिक्षण संकाय सदस्यों डॉ. की उत्साहपूर्ण भागीदारी से कार्यक्रम बेहद सफल रहा। भूषण बाघेले एवं डाॅ. सोनल वर्मा, गैर शिक्षण सदस्य-श्रीमती। छाया सोनवणे, नवल कनोजिया अध्यक्ष, जूलॉजिकल सोसायटी (बी.एससी 5वां सेमेस्टर) जूलॉजिकल सोसायटी के सदस्य – सोमू जटपेले, विष्णु पाल, अमर शरणगत, ममता परिहार, वृषाली भाजीपाले, मानसी अंबुले, मंथन सिंह राजपूत, मयूरी पांडव, पल्लवी उपरीकर, पुनम पाटले, राजीव नागफसे , श्रेयश खोबरागड़े, सिमरन असवानी, यश खोबरागड़े, पीयूष बोरकर, अचल कंसारे, खोमेश चिकलोंडे, माही गजभिए, नितेश अगासे, युक्ति कटरे ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कड़ी मेहनत की।