Home हिंदी खबरे कचारगढ. का मेला 31 से -आदिवासी गोंडी नागरिक होंगे शामिल

कचारगढ. का मेला 31 से -आदिवासी गोंडी नागरिक होंगे शामिल

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गोंदिया-पारी कोपार लिंगो मां काली कंकाली देवस्थान कचारगढ. में 31 जनवरी से 4 फरवरी के दौरान मेले का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर राष्ट्रीय गोंडवाना महाधिवेशन एवं कोया पुनेम सम्मेलन भी होगा.
पिछले 20 वर्षों से भी अधिक समय से कचारगढ. (धनेगांव) में यह आयोजन किया जा रहा है. देश के कईराज्यों से गोंडी बंधू यहां अपनेआराध्य के दर्शन के लिए चले आते है.इनमें महाराष्ट्र के अलावा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ., झारखंड, उडसा, पश्‍चिम बंगाल, बिहार, राजस्थान और आंध्रप्रदेश के विविध स्थानों से नागरिकों का आगमन लगातार 5 दिनों तक होता है. लेकिन अब भी यहां कोई मुलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है. इस मामले में राज्य शासन की उदासीनता साफ दिखाईदे रही है.
देवस्थान कमेटी के अध्यक्षदुर्गाप्रसाद कोकोडे ने बताया कि पिछले वर्ष 5 लाख से अधिक आदिवासी समाजबंधु इस स्थल पर आए थे. इस वर्ष यह संख्या बढ. जाएगी. यहां पहुंचनेवाले नागरिकों के नि:शुल्क भोजन एवं निवास की व्यवस्था कमेटी करती है. कोकोडे. ने बताया कि कमेटी को 8 से 10 लाख रु. का खर्च होता है.यह खर्च आम लोगों से दान राशि प्राप्त कर किया जाता है.आदिवासी समाज का यह स्थल आज भी विकास से दूर है. राज्य शासन ने इसे क श्रेणी के पर्यटन स्थल के रूप में मान्यता दी है. लेकिन अब तक कोई राशि उपलब्ध नहीं कराई है.यहां एक विशाल गूफा है.कहा जाता है कि यह आशिया खंड की सबसे विशाल गूफा है. गूफा के अंदर प्रवेश करने के लिए पहाड.ों से रास्ता तलाश करना होता है. उंचे पर्वत पर चढ.ना निश्‍चित रूप से खतरनाक है. शासन की ओर से अब तक सीढ.ी निर्माण के लिए कोई राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है.कोकोडे का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से समारोह शुरू होने के पहले राज्य शासन के मंत्री चले आते है. विकास राशि उपलब्ध कराने का आश्‍वासन देकर वापस लौट जाते है. बाद में वे इसे भूला देते है. कहा जाता है कि गोंडी समाज का यह उद्गम स्थान है और इसी वजह से यह गोंडी समाज के आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया है.
इस स्थान पर पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं होता.नतीजतन समारोह के दौरान निकट के धनेगांव स्थित जलापूर्ति योजना की बकाया राशि का भुगतान कमेटी की ओर से किया जाता है और उस गांव का पानी श्रद्धालूओं के लिए उपयोग में लाया जाता है. 5 करोड. का प्रस्ताव मंत्रालय में लंबित
वर्ष 2013 में राज्य के तत्कालीन आदिवासी विकास मंत्री मधुकरराव पिचड ने इस स्थान को भेंट दी थी और 5 करोड. रु. राज्य शासन की ओर से विकास कायरें के लिएउपलब्ध कराने का आश्‍वासन दिया था. जिलाधिकारी से इस बारे में प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजने के निर्देश भी दिए थे. जिलाधिकारी कार्यालय ने प्रस्ताव बनाकर मंत्रालय मुंबई भेजा, लेकिन मंत्रालय में बैठे सचिवों ने उस प्रस्ताव को मंत्रिमंडल तक पहुंचने ही नहीं दिया. सरकार बदल गई लेकिन प्रस्ताव मंत्रिमंडल तक नहीं पहुंचा. इस राशि से 3 करोड. रु. भक्तनिवास पर खर्च करने थे. इसके अलावा पानी, शौचालय, बिजली का प्रबंध किया जाना था. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 275/1 के आधार पर उक्त राशि की मांग की गई थी. 1.33 करोड. से बनेगी सड.क-सीढयां यूं तो यह एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है.इसके विकास के लिए 1.33 करोड. रु. जिला पर्यटन निधि मंजूर की गई है.इस राशि से छोटी गूफा तक सीमेंट-क्रांकिट की सड.क एवं सीढ.ियों का निर्माण कार्य किया जाना है.लेकिन समारोह शुरू होने के पूर्व यह काम शुरू होगा इस पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है.

31 जनवरी को गढ. जागरण एवं पेन पूजा से कार्यक्रम प्रारंभ होगा.
सुबह 9 से 11 बजे और शाम 4 से 8 बजे तक प्रतिदिन प्रेमसिंह सलाम गोंडी पुनेम पर प्रवचन करेंगे. रात 8 बजे गोंडियन नृत्य स्पर्धा होगी.1 फरवरी को सुबह 9 बजे कोया पुनेमी महासम्मेलन गोंडी धम्माचार्य मोतीरावन कंगाली और विधायक संजय पुराम के हस्ते गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अध्यक्ष हिरासिंह मरकाम की अध्यक्षता में होगा. वासुदेवशाह टेकाम,शीतलसिंह मरकाम,अधि.के.बा.मरसकोल्हे,गोपाल ऊईके, बी. एल. कोर्राम, दिलीप मडावी, मोहन पंधरे अतिथि रहेंगे. दोपहर 12 बजे रैली निकाली जाएगी. नईदिल्ली की फुलवादेवी कंगलामांझी अध्यक्षता में रैली का प्रस्थान शेरसिंह आचला के हस्ते हरी झंडी दिखाकर किया जाएगा. 2 फरवरी को सुबह 11 बजे गोंडवाना महाअधिवेशन का उद््घाटन आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा के हस्ते सांसद अशोक नेते की अध्यक्षता में किया जाएगा. राज्य के सामाजिक न्यायमंत्री राजकुमार बडोले और आदिवासी विकास राज्यमंत्री अंबरीशराव आत्राम उपस्थित रहेंगे. 3 फरवरी को गोंडी धर्म महासभा होगी.अ.भा.गोंडवाना महासभा के एस.पी.सोरी की अध्यक्षता में पूर्व मंत्री प्रा.वसंत पुरके उद््घाटन करेंगे. 4 फरवरी को पुरस्कार वितरण जिलाधिकारी अमित सैनी के हस्ते जि.प.अध्यक्ष विजय शिवणकर की अध्यक्षता,जि.प.सभापति सविता पुराम की उपस्थिति में होगा.

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