बिसोनी के गोदाम में किया जा रहा तेंदूपत्ता भंडारण का कार्य मजदूरों के लिए बना आर्थिक सहायता का जरिया

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लांजी। तेंदूपत्ता वनांचल व आदिवासी क्षेत्र के लोगों के लिए आर्थिक आय का जरिया पहले से ही है और यह क्रम आज भी उसी प्रकार चल रहा है, लांजी चूंकि तेंदूपत्ता संकलन हेतु पहले से भारी मात्रा में संकलन व परिवहन के लिए बड़ा क्षेत्र रहा है ऐसे में आज भी वन ग्रामों के लोगों के द्वारा तेंदूपत्ता संकलित किए जाते है। बता दें कि लाॅकडाउन के दौरान हालांकि काफी कम समय के लिए ही टेंडर निकाला गया जिसके चलते ग्रामीणों को इस वर्ष उम्मीद मुताबिक तेंदूपत्ता संकलन करने में परेशानी हुई।

उल्लेखनीय है कि लांजी के घोटी, नंदोरा, कंसुली, देवरबेली, बेलगांव, नेवरवाही आदि अनेक गांवों में तेंदूपत्ता संग्रहण को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह रहता है और पत्ता इकठ्ठा करने के बाद 100 पत्तो के बंडल बनाकर धूप में सुखाया जाता है। केराटोला निवासी ग्रामीण लीलाराम मानकर ने इस संबंध में संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया तेंदूपत्ता संकलन का कार्य वे अपने परिवार के साथ काफी लंबे अरसे से करते आ रहे है और उनका परिवार इस कार्य को खासे उत्साह के साथ करता है क्योकि यह उनके परिवार के लिए आय का जरिया तो है ही साथ ही परिवार के साथ यह कार्य करने में काफी आनंद भी आता है जब हम वनों में जाकर तेंदूपत्ता तोड़ते है उसे जमा कर आंगन या घरों की छतो में सुखाते है और फिर उन्हे 50 पत्तो के बंडल बनाकर बेच देते है और यह सारा कार्य गर्मी के दिनों में किया जाता है तो साथ में अपने भोजन का डिब्बा लेकर वनों में कार्य के साथ ही वनभोज का आनंद सपरिवार उठाते है। लीलाराम मानकर ने यह भी बताया कि 100 बंडल के लिए उन्हे 250 रूपए तक मिल जाते है और इसे तेंदूपत्ता समिती के पास जमा कर दिया जाता है।

इसी प्रकार तेंदूपत्ता तोड़ने से लेकर संकलन तक का कार्य जैसे ग्रामीणों के लिए आय का स्त्रोत बनकर उन्हे जीवन यापन में सहायता देता है तो उसी प्रकार गोदामों में तेंदूपत्ता भंडारण के कार्य में लगे मजदूरों को भी यह आय के माध्यम के रूप में नजर आता है, गोदामों में भंडारण के कार्य में लगे मजदूरों को एक बोरे के लिए 17 रूपए तक मिल जाते है ऐसे में वाहन से उठाकर गोदाम में रखने के लिए यह एक अच्छी कीमत है और मजदूरों द्वारा प्रतिदिन के हिसाब से बेहतर आय का जरिया भी। वर्तमान में तेंदूपत्ता भंडारण का कार्य प्रारंभ है और लांजी नगर मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम बिसोनी स्थित गोदाम में तेंदूपत्ता का भंडारण किया जा रहा है जहां लगभग 10-12 मजदूरों के द्वारा यह कार्य किया जा रहा है।