
राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय महासभा द्वारा अखिल भारतीय अधिवेशन 2022 भँवरा मे संपन्न
आष्टा/गोंदिया,दि.04ः- राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय महासभा व्दारा सभी पोवार,पंवार,भोयर पवार,परमार समाज को एकत्रित करने के उद्देश से मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र बसे परमार/पंवार समाज को राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय महासभा के माध्यमसे एकत्रीकरण करने हेतू आयोजित राष्ट्रीय पंवार(परमार) क्षत्रिय महासभा के अखिल भारतीय अधिवेशन मे सर्वसम्मतीने एकीकरण के प्रस्ताव को पारीत किया गया.मध्यप्रदेश के सिहोर जिले की आष्टा तहसिल अंतर्गत आनेवाले ग्राम भँवरा के 3 अप्रेल को माँ इलाई देवी मंदिर प्रांगण यह अधिवेशन का राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष इंजी.मुरलीधर टेंभरे की अध्यक्षता धार राजवंश एंव पवांर समाज के व्दीपस्तंभ डाॅ.राजे कर्णसिंह पवांर के हस्ते उदघाटन किया गया.

अधिवेशन के उदघाटन समारोह मे धार वशंज डाॅ.राजे कर्णसिंह इन्होने हमारे सभी समाज मे नेतृत्व करने की क्षमता है.हमारे पुर्वोजोने उत्तर,मध्य के साथ दक्षिण भारतपर हमारे परमारोकाही राज्य था.विदेशी महमुदगजनी जब लुटेरा बनकर आया तो पहला युध्द किसी के साथ हुवा तो वह राजा भोज के साथ हुवा था.यह बताते हुये मुसलमान राजाओ के शासक काल मे ही हम परमार पंवार एकमेकसे अलग होकर देश के अलग अलग भागो बसे.आज सबको एक साथ जोडने की जो पहल की गयी उसका समर्थन करते हुये इस एकीककरण को रोटीबेटी,संस्कृती औऱ भाषा के साथ स्विकार करने की घोषणा करते हुये प्रस्ताव को स्विकृती होने की बात कही.
इस अधिवेशन कार्यक्रम मे अतिथी के रुप मे अखिल भारतीय पंवार/परमार समरसता अधिवेशन एव आयोजन समिती के संयोजक रामनारायण परमार, बालाघाट-सिवनी के सासंद डॉ. ढालसिंह बिसेन,मध्यप्रदेश राज्य के शिक्षा एंव सामान्य प्रशासन राज्यमत्री इंदरसिंह परमार,राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय महासभा के पुर्व अध्यक्ष एंव सरंक्षक इंजि.टि.डी.बिसेन, शुजालपूर से रामनारायण परमार,आष्टा से कैलाश परमार,अखिल भारतीय भोयर पवार महासंघ के अध्यक्ष डॉ. नामदेवराव राऊत,दुर्गाप्रसाद परमार,देवीसिंह परमार,हरीनारायण परमार,हरिनारायण परमार,मानसिंह परमार,अजाबसिंह परमार,लीलाबाई परमार,सरिता परमार,राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय महासभा महासचिव पुष्पा बिसेन,संघटन सचिव खेमेंद्र कटरे,उपाध्यक्ष सर्वश्री राजेंद्र पटले,मोतीलाल चौधरी,ऍड. किरणलता चोपडे,कोषाध्यक्ष श्रावण फरकाडे,आंतरराजीय समन्वय समिती के अध्यक्ष लेखसिंह राणा,सदस्य शंकर पवार,सहसचिव कैलास कौशिक, जितेंद्र बिसेन, मनोज भैरम, जनसंवाद सचिव सर्वश्री सुनील गौतम, इंजि. सुखदेव पारधी,सदस्य सर्वश्री शैलेंद्रसिह परमार, अर्पण बिसेन,एड.रुपेंद्र कटरे,आर.सी.पटले, जगदीश्चंद्र पवार,पुष्पलता बारंगे,लक्षमिकांत नागरे,अजय डहारे,जगदिशचंद्र पवार,श्रीमती उषा पटले,कुन्जीसिह परमार और सभी कार्यकारणी सदस्य उपस्थित थे.

कार्यक्रम के अध्यक्ष एंव राष्ट्रीय पवार क्षत्रिय़ महासभा के अध्यक्ष इंजि.मुरलीधर टेंभरे इन्होने राष्ट्रीय पवार महासभा के कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुये महासभा के मेंढा अधिवेशन मे भोयर पवार समाज शाखा के विलीनीकरन करने का निर्णय सर्वसमंतीसे पारीत किया गया.उसके पश्चात आज भोयर पवार एंव पोवार/पवांर समाज साथमिलकर खडा है.वैसेही सांस्कृतीक एंव रितिरिवाजाेस मिलनेवाले परमार शाखा को सम्मिलीत कर एकीकरण करने का प्रस्ताव बैहर के अधिवेशन 2020 मे सर्वसम्मतीसे पारीत किया गय़ा था.जिस निर्णयपर इस अखिल भारतीय अधिवेशन के माध्यम से एकीककरण स्विकृती आप समाजजनोकी मंजुरी से होने की बात करते हुये,समाज के विकास के लिये शिक्षा के महत्व देने की बात करते हुये महिलाओंको घर के बाहर की दुुनिया देखने देने के साथ बच्चियो को नयी राह दिखाने की जरुरत को महत्व देते हुये एकीकरण के प्रस्ताव को स्वीकृती देने की बात रखी.
कार्यक्रम की सुरुवात ध्वजवंदन, दीप प्रज्वलन से की गयी. इस अधिवेशन का उद्देश एवंम जाणकारी सभी उपस्थित जनसमुदाय को कैलाससिहं परमार इन्होने दि.अधिवेशने उपस्थित वैनगंगा,वर्धा तटीय समाजगणो के साथ मालवांचल के परमार समाज भाईयोको इस अधिवेशन मे समाज के इतिहास के साथ एकत्रीकरण की जरुरत क्यु इसपर विचार रखते हुये विलय प्रस्ताव इंजि. टी. डी. बिसेन द्वारा रखा गया.पोवारी/पवारी भाषा के साथ संस्कृती एव समाज एकीकरण के लिये कार्य करने की पहल करनेवाले स्व. कन्हैयालाल बोवाडे इनके एकीकरण के लिए कार्य को डॉ. नामदेव राऊत द्वारा अपने विचारोव्दारा याद किया गया.सासंद ढालसिंह बिसेन इन्होने अपने संबोधन मे कहा की आज शिक्षा के क्षेत्र मे पंवार पोवार समाज आगे बढते जा रहा है एैसी स्थिती मे मालवांचल क्षेत्रकी हमारी परमार समाज की महिलाये भी शिक्षा मे आगे आने की जरुरत है.बदलते समय को देखकर घुंघट हटाकर समय के साथ चलकर अपने बच्चीयो को नयी राह दिखाने की जरुरत होने के विचार रखे.साथही समाज की गौरव एंव मध्यप्रदेश सरकार की बाँड एम्बेसिडर मेघा परमार से बच्चीयोने प्रेरणा लेकर शिक्षा मे आगे बढे एैसा संदेश दिया.
अतिथी के तौरपर अपने विचार रखते हुये मध्यप्रदेश सरकार के शिक्षा राज्यमंत्री इंदरसिंह परमान इन्होने आज के इस अखिल भारतीय अधिवेशन के माध्यम से परमारो को एक करने का काम किया गया है.जो कुछवर्षपहले अपनेही भाईयोसे अलग अलग जगह चले गये थे.हमारे पुरखोने जो इतिहास रचा लिखा उसे आगे बढाने काम करना है,साथही संस्कृती परंपरा एंव सम्राट विक्रमादित्य और चक्रवर्ती राजा भोज के विचार को समाज के हरबिंदू तक पहुचांकर अपने बिखरे हुये सभी समाजजनो को एक करने की बात कही.हम पवांर,भोयर पवार परमार सभ एक है कुछ कारणवश एकमकसे बिछड चुके थे.यहुदी अपने अस्तित्व टिकाने के लिये घुमते रहे और भारतने उन्हे उसवक्त शरण दिया,आज वही यहुदीयोका इस्त्राईल देश सशक्त बन चुका है,क्यु की उन्होने एक होने का और जुडनी का राह रखी थी.बस हमे ही वैसा संकल्प कर एक क्यु नही हो सकते इसपर मंथन के लिये यह आयोजित अधिवेशन मिल का पत्थर साबित हु चुका है. इस अधिवेशन मे महासचिव पुष्पा बिसेन,शंकर पवार,कैलाससिंग परमार और भी महानुभाव द्वारा मार्गदर्शन किया गया.
सत्कार के कडी मे, मेघा परमार माउंट एवरेस्ट शिखर विजेती, गुंजन परमार, रसना परमार, कपिल परमार, रामनाथसिंह ठाकूर, सत्कार किया गया.अपने उत्कृष्ठ वक्तव्य मे मेघा परमार द्वारा समाज के बेटीयोको शिक्षा के साथ अन्य क्षेत्र मे भी आगे आने की बात कही गई.

पवार दर्शन पत्रिका एवं श्री शक्ती सिंग पत्रकार द्वारा लिखित पत्रियोका विमोचन किया गया.कार्यक्रम मे उपस्थित सभी संगठन के अध्यक्ष एंव पदाधिकारीयोंका स्मृतिचिन्ह देकर सत्कार किया गया.सूत्रसंचालन दिलीपसिंह परमार,जगदीश परमार द्वारा किया गया. इस संमेलन मे महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगड, राजस्थान क्षेत्र से पोवार,भोयर पवार,पवांर,परमार बंधु बडी संख्या मे मौजूद थे.नागपूर, वर्धा, कारंजा, आर्वी, गोंदिया, भंडारा, छिनंदवाडा, बैतुल, सारणी, मुलताई, भिलाई, रायपूर, और भी अन्य क्षेत्र से समाज बंधु उपस्थित थे.पृथ्वीराज रहांगडाले,भगवान बन्नगरे,तीर्थनंदन बन्नगरे,मनोज चव्हाण,प्रीतमभाऊ पटले,देवानंद टेम्भरे,विजय पटले,एस.एम. पारधी,जियालाल शरणागात,उषा पटले,मधुकर चोपडे,मोरेश्वर भादे,उषा बिसेन,प्रमोद पटले,दिनदयाल पारधी,दिलीप रहांगडाले,किशोर हजारें,शंकर कालभूत,गजानन चौधरी,सुहास टोपले,ऍड.रुपेंद्र कटरे,प्यारेलाल गौतम,लखन बघेले, नारायण चौधरी, भगवान ठाकरे,सुनील पटले, राजाभाऊ शेंडे, रमेश बिसेन, सुनील चौधरी, माणिक अंबुले,दिगंबर कटरे, विनय बिसेन, भोजलाल पारधी और बडी संख्या मे समाज बंधु उपस्थित थे.