
ग्वालियर। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जातिगत जनगणना की मांग की है। उन्हाेंने कहा कि जातिगत जनगणना से पता चलेगा कि यादव नंबर वन पर हैं, इसी जनगणना से अहीर रेजिमेंट का रास्ता खुलेगा। सांसद केपी यादव के संबंध में कहा कि अभी यह गलत रास्ते पर हैं। हम सबका दायित्व है कि इन्हें सही रास्ते पर लाएं, उनका इशारा केपी यादव के भाजपा में होने की तरफ था। अखिलेश यादव ग्वालियर में यादव समाज के जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित चल समारोह में भाग लेने के लिए आए थे।अखिलेश यादव ने समाज के लोगों से पूछा भगवान कृष्ण का पहला नाम क्या था। किसी ने कहा माखन चोर। नेता जी नाराज होकर बोले भाजपा की भाषा मत बोलो। कृष्ण का पहला नाम घनश्याम था। केपी यादव ने मंच से कृष्ण जन्म भूमि पर रामलला की तरह भव्य मंदिर निर्माण की इच्छा जाहिर की। अखिलेश यादव इस पर कुछ नहीं बोले। कोटेश्वर से चल समारोह को अखिलेश यादव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा का श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर चल समारोह शुक्रवार दोपहर कोटेश्वर मंदिर से शुरू हो गया। इस समारोह में उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल हुए। उन्हाेंने चल समारोह में समाज के लोगों को संबोधित भी किया। समारोह मुरार में विसर्जित होगा। चल समारोह में ग्वालियर शहर सहित अंचल भर के यादव समाज के लोग शामिल हुए।
महासभा के जिलाध्यक्ष वीर सिंह यादव ने बताया कि अखिलेश यादव लखनऊ से विशेष विमान से ग्वालियर आए हैं। यहां उनकी आगवानी समाज के वरिष्ठ लोगाें ने की। अखिलेश यादव सबसे पहले मितेंद्र सिंह यादव, उसके बाद प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह व अशोक यादव के निवास पर समाज के लोगों से भेंट करने पहुंचे। इसके बाद चल समारोह में शामिल हुए। चल समारोह अचलेश्वर मंदिर से प्रारंभ हुआ, जो इंदरगंज चौराहा, शिंदे की छावनी से होता हुआ कोटेश्वर मंदिर पहुंचेगा। इसमें गुना-शिवपुरी सांसद केपी यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व एमएलसी सुंदर यादव, पूर्व मंत्री भागवान यादव व रिटायर्ड आइपीएस अधिकारी हरि सिंह यादव भी शामिल हुए।