
सालेकसा। इलेक्ट्रो होम्योपैथी के आविष्कारक डा. काउट सीजर मैटी की 214 वीं जयंती सालेकसा तहसील के दुर्गम क्षेत्र हलबीटोला में आल इंडिया इलेक्ट्रो होम्योपैथी संगठन द्वारा एक समारोह का आयोजन कर मनाई गई। इस दौरान 31 लोगों ने रक्तदान कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की.
समारोह में उपस्थित इलेक्ट्रो होम्योपैथी के चिकित्सकों और गण्यमान्य लोगों ने डा. मैटी के चित्र पर मल्यापर्ण कर श्रद्धासुमन अर्पित की. समारोह की अध्यक्षता बबलू कटरे ने की। इस दौरान शासकीय मेडिकल कॉलेज व बाई गंगाबाई महिला जिला अस्पताल के डॉ. लोकेश मोहने, पुलिस निरीक्षक जनार्दन हेगड़े, तहसीलदार सालेकसा, सरपंच अनिल सोयाम, पंस सदस्य जितेंद्र बल्लारे, प्रमुखता से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में इलेक्ट्रो होम्योपैथी संगठन के डॉक्टरों की उपस्थिति रही। वही डॉ. शिवराम प्रजापति, डॉ कटरे, संगठन के तालुका अध्यक्ष शिवराम कटरे, वैद्यकीय अधिकारी दर्रेकसा गिरी, बिजेपार के बाराई, सातगाव से सोनामी,कावराबांध से रत्नटेका, बाजीराव तरोने, माइकल मेश्राम आदि समेत अनेकों की उपस्थिति रही।इस जयंती निमित्त कार्यक्रम में डॉ. लोकेश मोहने ने इलेक्ट्रो होम्योपैथी के नये और पुराने रोगों की चिकित्सा में अग्रणी भूमिका की ओर पूरे भारत में अग्रसर होने की सराहना की, साथ ही डॉ. मैटी ने अपने जीवन काल में इलेक्ट्रो होम्यो पैथी के औषधि के संबंध में कहा था कि जो मनुष्य का भोजन हो सकता है वहीं उसका सर्वोत्तम औषधि होगा. इसलिए इन्होंने केवल वनस्पतियों से ही औषधियों का निर्माण किया. आज हम उनकी 214वीं जयंती मना रहे है। डा.मैटी के बताये मार्गों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी ऐसा उनका मानना है।इस कार्यक्रम में 31 लोगों ने रक्तदान कर कार्यक्रम को सफल बनाया। रक्तदाताओं को मान्यवरों के हस्ते प्रमाण पत्र वितरित किये गए।