व्यापारी हो रहे मालामाल : खाद्य व औषध प्रशासन नींद में
गोंदिया,दि.२३. इंडोनेशिया की सडी सुपारी को आयात कर नागपूर के एक मुख्य फिल्टर केंंद्र से फिल्टर कर उस सडी सुपाारी को विदर्भ के हर जिले की दुकानो मे सप्लाय कर इंसान के शेहत से खिलवाड का कारोबार प्रशासन के हात तले होने से नयी समस्या खडी होने के आसार दिख रहे है. शायद ही आपको पता होगा कि आप जो खर्रा-गुटखे के साथ सुपारी खा रहे हैं, उसकी क्वालिटी कैसी है. इनमें ज्यादातर सड़ी गली सुपारी का इस्तेमाल हो रहा है. इसका खुलासा भी एक कार्रवाई में हुआ है.नागपूर के व्यापारी से बोरो मे सडी सुपारी सस्ते मे बुलाकर गोंदिया शहर में भी उस सड़ी सुपारी की धडल्ले से बिक्री की जा रही है.जानकारो के अनुसार गोंदिया शहर के मुख्य मार्केट लाईन परिसर से लेकर चना लाईन, किराना लाईन, तेल लाईन और चुडामल चौक परिसर में हो रही है. इस सड़ी गली सुपारी के दर कम होने के कारण यह सुपारी किराना दुकान व पानटपरी वाले धडल्ले से खरीद रहे हैं. जिससे शहर के 7-8 व्यापारी मालामाल हो रहे हैं. आपको यह जानकार हैरानी होगी कि यह सुपारी खर्रा-गुटखे के साथ मिलाकर खाने से एक साल में ही कैंसर हो जाता है. जिससे उनकी जान भी जा सकती है. लेकिन अन्न और औषध प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है, जो समझ के परे हैं.
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया से सड़ी गली सुपारी कम कीमत में मंगवाई जाती है. उसे नागपुर शहर में फिल्टर कर अन्य बाजारों में भिजवाया जाता है. वहीं गोंदिया शहर के 7-8 व्यापारी भी नागपुर से 100-100 बोरी सड़ी सुपारी मंगवा रहे है, ऐसी भी जानकारी मिली है. बेहतर क्वालिटी की सुपारी और सड़ी सुपारी में 300 से 400 रु. किलो का अंतर होता है. गोंदिया शहर में यह सड़ी सुपारी 400 से 500 रु. किलो के भाव से आ रही है. किराना दुकानदार व पानटपरी वालों की इस सड़ी सुपारी की ज्यादा मांग है. इसलिए गोंदिया में यह व्यापार अच्छा फल फुल रहा है. लेकिन इस सड़ी सुपारी का खर्रा या गुटखे में इस्तेमाल करने से लोगों को एक साल में ही कैंसर जैसी बिमारी जड़ रही है. जिससे उसकी जान को खतरा पैदा हो रहा है.
गोंदिया में अब तक एक भी कार्रवाई नहीं
गोंदिया शहर में बेहतर क्वालिटी की सुपारी में बढ़ोतरी होने के कारण शहर में सड़ी गली सुपारी मंगवाई जा रही है. जो कम कीमत में व्यापारियों को उपलब्ध हो रही है. जिससे लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है. नागपुर शहर में ऐसे व्यापारियों पर 3 से 4 बार कार्रवाई की गई है. लेकिन गोंदिया शहर में अन्न और औषध प्रशासन नींद में दिखाई दे रहा है. जिसके अनुसार गोंदिया शहर में सड़ी सुपारी बेचने वाले एक भी व्यापारियों पर कार्रवाई नहीं की गई है, जो समझ के परे हैं.