गोंदिया – महिलाओं में आज भी कानून के प्रति सजगता की कमी उनके सशक्तिकरण के मार्ग में रोड़े अटकाने का काम करती है। अशिक्षित महिलाओं के साथ ही शिक्षित महिलाएं भी कानूनी दांवपेच से अनजान होने की वजह से जाने अनजाने में हिंसा सहती रहती है। ऐसे में महिलाओं को कानूनी रूप से शिक्षित करने के लिए मुहिम शुरु करना समय की मांग है। उक्ताशय के विचार पार्षद भावना दीपक कदम ने श्रीनगर महिला मंडल मालवीय वार्ड द्वारा १४ मार्च को आयोजित एक कार्यक्रम में व्यक्त किए। कार्यक्रम की शुरुआत में सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता सविता बेदरकर, दिव्या भगत, पार्षद निर्मला मिश्रा, ज्योत्सना सहारे, नंदागड़े, आशा पाटील, खोब्रागड़े उपस्थित थे। बता दें कि होली के दूसरे ही दिन से श्रीनगर महिला मंडल द्वारा विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें अनेक महिलाओं व छोटे बच्चों ने हिस्सा लिया। उक्त प्रतियोगिताओं में विजेता रहे स्पर्धकों को भी १४ मार्च को आयोजित महिला दिवस को लेकर समारोह में पुरस्कार देकर नवाजा गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित सभी अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त कर महिलाओं को पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को कहा। कार्यक्रम का संचालन दिव्या आंबेडारे, कल्याणी बावनकर, आचल रोकड़े, आलोक पवार ने तथा आभार प्रदर्शन कल्पना शुक्ला ने माना। इस अवसर पर बडी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं उपस्थित थीं। कार्यक्रम की सफलता के लिए रुपाली रोकड़े, स्वाती पवार, इंदु शुक्ला, कल्पना शुक्ला, वर्षा रोकड़े, श्रद्धा आंबेडारे, भाग्यश्री आंबेडारे, करीना आंबेडारे, लीला ढोमणे, टीना रोकड़े, चीनू रोकड़े, गीता राऊत, कोमल राऊत, प्रीति सेलोकर, जया झाड़े आदि ने अथक प्रयास किया।
रंगारंग प्रस्तुति ने बांधा समां
श्रीनगर महिला मंडल मालवीय वार्ड द्वारा होली के दूसरे ही दिन से लगातार विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें छोटे बच्चों से लेकर परिसर की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में विविध प्रस्तुतियों ने समां बांधा। मटका फोड़, संगीत कुर्सी जैसे स्पर्धाओं में भी महिलाओं व बच्चों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।