बालाघाट,१६ जनवरीः- किसान बिल के विरोध में सिंधु नदी के किनारे किए जा रहे आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में सरेखा बायपास पर चक्काजाम दोपहर एक बजे से निर्धारित किया गया था लेकिन कांग्रेसी की भीड़ एकत्रित नहीं हो पाने के चलते ये चक्काजाम करीब एक बजकर 45 मिनट पर शुरु हुआ जो दो बजे समाप्त भी हो गया। हालांकि इस दौरान करीब आठ मिनट तक चक्काजाम इसलिए आगे बढ़ पाया क्योकि पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व लांजी विधायक हिना कावरे देरी से पहुंची थी।
सरेखा चौक पर कांग्रेसियों से ज्यादा सुरक्षा के लिहाज से तैनात हुए पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। चक्काजाम के लिए भीड़ की राह देख रहे कांग्रेसयिों की थोड़ी मदद पुलिस कर्मियों ने कर दी और उन्होंने बालाघाट-गोंदिया मार्ग पर चल रहे आवागमन को डायवर्ड करना शुरु किया। जिसके बाद कांग्रेसियों ने सड़क पर चटाई बिछाकर चक्काजाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। इसके करीब पांच मिनट बाद सीएसपी कर्णिक श्रीवास्तव, कोतवाली टीआई मंशाराम रोमड़े समेत अन्य ने प्रदर्शनकारियों को सड़क से उठने कहा जिसके बाद वे नहीं माने तो उन्होंने किनारे से आवागमन शुरु कर दिया और इस तरह जहां एक तरफ चक्काजाम चलता रहा तो दूसरी तरफ वाहन भी निकलते रहे।
किसान विरोधी बिल तत्काल वापस करे सरकार
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी मनमानी कर रही है और आंदोलन के बाद भी किसान विरोधी बिल को लागू करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि देश के किसान इस बिल के विरोध में विगत 50 दिनों से आंदोलन कर रहे है और इस दौरान कई किसान मृत्यु को प्राप्त हो चुके है। जिन्हें कांग्रेस शहीद मानती है। उन्होंने किसानों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए ही कांग्रेस ने चक्काजाम कर प्रदर्शन किया है और तत्काल ही इस किसान बिल को वापस करने की मांग की गई है।