
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांकेर जिले के अंतागढ़ ब्लाक ताड़ोकी थानाक्षेत्र में कोसरूंडा एसएसबी कैंप के जवानों ने सर्चिंग के दौरान रेलवे लाइन के पास दो दिन में दो देशी एचई बम (हाई एक्सप्लोसिव) बरामद किया है। एचई बम को राकेट लांचर के जरिए फायर किया जाता है।अंतागढ़ क्षेत्र में 33 वाहिनी एसएसबी की सीओवी कोसरोण्डा की टीम रेलवे ट्रैक सह डी-माइनिग ड्यूटी के लिए रोज की तरह 21 जनवरी को सुबह लगभग 9:20 बजे सहायक कमांडेंट विभू साहा के नेतृत्व में बम निरोधक दस्ता व डाक स्काट के साथ कैंप से टैक्टिकल मूवमेंट करते हुए रावघाट रेलवे लाइन परियोजना के लिए रवाना हुई। यहां कार्य में लगे कार्मिकों, ठेकेदारों, मजदूरों व उपकरणों-वाहनों की सुरक्षा व आसपास के क्षेत्र में गश्त के लिए टीम रवाना हुई थी। डी-माइनिंग करती हुई पार्टी रेलवे चैनेज संख्या 78.9 के पास पहुंची ही थी, जहां सर्चिंग के दौरान पार्टी को एक नग देशी एचई बम जमीन पर पड़ी हुई दिखाई दी। जब बम निरोधक दस्ता व डाग स्काट के द्वारा बम की सुरक्षात्मक तरीके से जांच पड़ताल की गयी, तो यह पुष्ट हुआ कि यह देशी एचई बम है, जिसे राकेट लांचर से फायर किया जाता है। जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि नक्सलियों द्वारा इसे दागा गया होगा और मिसफायर होने के कारण यह बम रेलवे चैनेज के पास गिर गया होगा। बम का अगला भाग का हिस्सा क्षतिग्रस्त है। एसएसबी जवानों की सतर्कता व सावधानी से एक बड़ी दुर्घटना को टाला जा सका।
एचई बम को मौके पर ही किया निरस्त
एसएसबी के बम निरोधक दस्ते ने देशी एचई बम को उप कमांडेंट संजीव कुमार 33 वाहिनी एसएसबी, केडी पटेल अनुविभागीय पुलिस अधिकारी अंतागढ़ व थाना प्रभारी ताड़ोकी की मौजूदगी में जरूरी सुरक्षा मापदण्डों को ध्यान में रखते हुए उसी स्थान पर नष्ट कर दिया। जिसके बाद आसपास के जगलों व पहाड़ी क्षेत्रों को सर्च किया गया। सर्च के दौरान अन्य कोई भी संदेहात्मक वस्तुए नहीं मिली। वहीं इससे पहले बुधवार को सर्चिंग के दौरान 33 वाहिनी एसएसबी की सीओबी को कोसरोण्डा की रेलवे ट्रैक व डी-माइनिग डयूटी के दौरान रेलवे चैनेज संख्या 79 के पास एक देशी एचई बम मिला था। जिसे भी जांच पड़ताल के बाद उसी स्थान पर पर नष्ट कर दिया गया था।