रिमॉडलिंग के पश्चात गोंदिया यार्ड में 10 रेल लाइनें और 505 रूट,गोंदिया होगा मेन जंक्शन

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गोंदिया,दि.३०ः-दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत गोंदिया स्टेशन में रेलवे परिचालन को आधुनिक और अधिक कुशल बनाने का कार्य तीव्र  गति से किया जा रहा है । राजनांदगांव – कलमना तीसरी रेल लाइन परियोजना के अंतर्गत गोंदिया स्टेशन किए जा रहे यार्ड रिमॉडलिंग कार्यों से रेल नेटवर्क को मजबूती मिलेगी ।
ज्ञात हो कि राजनांदगांव–कलमना तीसरी लाइन परियोजना की लंबाई 228 किलोमीटर है एवं यह परियोजना ₹3544 करोड़ की लागत से विकसित की जा रही है । इस परियोजना के अंतर्गत लगभग 193 किलोमीटर कार्य पूर्व कर लिया गया है और तीसरी लाइन जुड़ चुके हैं इस के फलस्वरूप ट्रेनों की समयबद्धता और संचालन क्षमता में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी । इस खंडे के शेष 35 किमी में से गुदमा-गोंदिया-गंगाझरी सेक्शन में 24 किमी का कार्य पूरा कर लिया गया है और लगभग 11 किमी सालेकसा-दरेकसा खंड का कार्य प्रगति पर है ।
23 अप्रैल से 6 मई 2025 तक तीसरी लाइन परियोजना से सम्बंधित गोंदिया स्टेशन में यार्ड रिमॉडलिंग कार्य हेतु 14 दिनों का प्री-नॉन इंटरलॉकिंग/ नॉन इंटरलॉकिंग के जरिये गोंदिया स्टेशन को एक आधुनिक, मल्टी- डायरेक्शनल इंटरचेंज स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है, इस परियोजना के पूर्ण होने से इस खंडे के गुदमा- गोंदिया-गंगाझरी सेक्शन में 24 किमी की तीसरी लाइन चालू हो जाएगी, जिससे ट्रेनों की निर्बाध परिचालन सुनिश्चित होगी । रिमॉडलिंग के पश्चात गोंदिया यार्ड में कुल 10 रेल लाइनें और 505 रूट होंगे, जिससे यह चार दिशाओं-दुर्ग,नागपुर, जबलपुर और बल्हारशाह के लिए गोंदिया स्टेशन प्रमुख जंक्शन बन जाएगा। पुरानी ‘रूट रिले इंटरलॉकिंग प्रणाली को अत्याधुनिक ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ में परिवर्तित किए जायेगा।
इस रिमॉडलिंग कार्य के अंतर्गत: 8 पुराने पॉइंट्स को हटाया गया और 16 नए पॉइंट्स जोड़े गए, 1400 मीटर
ट्रैक को बदला गया, 44 ओएचई मास्ट और 4 पोर्टल हटाए गए, तथा 55 नए मास्ट व 5 पोर्टल लगाए गए । 3.5
कि.मी. ओएचई प्रणाली को अपग्रेड किया गया व लाइन नंबर 9 और 10 के ट्रामवे ओएचई का भी संशोधन हुआ ।
इसके अलावा, गोंदिया-बिरसौला सेक्शन की यांत्रिक इंटरलॉकिंग को इलेक्ट्रॉनिक पैनल आधारित प्रणाली में बदला
गया है, और गुदमा-गंगाझरी के बीच 24 किलोमीटर की द्वि-दिशात्मक ऑटो सिग्नलिंग प्रणाली भी स्थापित की जा रही
है । इस कार्य में कुल 425 श्रमिक, 25 पर्यवेक्षक, 20 इंजीनियर और 12 वरिष्ठ अधिकारी दिन रात लगे हैं । टी-28,
यूनीमैट, सीएसएम जैसी आधुनिक मशीनों के साथ जेसीबी, हाइड्रा व ट्रैक्टर आदि मशीनों की सहायता भी कार्यो में ली
जा रही है ।
• इस परियोजना के पूर्ण होने से गुदमा-गोंदिया-गंगाझरी सेक्शन में 24 किमी की तीसरी लाइन चालू हो
जाएगी, जिससे ट्रेनों की निर्बाध परिचालन सुनिश्चित होगी ।
• गोंदिया आरओआर (रेल ओवर रेल) के चालू हो जाने से जबलपुर से आने वाली ट्रेनें बल्हारशाह दिशा में बिना
किसी सतही क्रॉसिंग के जा सकेंगी । इससे प्रमुख मार्गों पर ट्रेनों की समयबद्धता में वृद्धि होगी ।
• हावड़ा-मुंबई मेन लाइन पर स्थित गोंदिया स्टेशन की क्षमता में वृद्धि होगी तथा इस सेक्शन में ट्रेन परिचालन
में गतिशीलता आएगी । साथ ही संरक्षा में भी वृद्धि होगी । इस परियोजना का लाभ इस अंचल के यात्रियों तथा
व्यापार को भी मिलेगा ।