
छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ इलाके में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) जवानों और माओवादियों के बीच चल रहे एक बड़े अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। इस मुठभेड़ में अब तक 27 माओवादियों के शव मिले हैं। मारे गए माओवादियों में एक करोड़ रुपये का इनामी शीर्ष माओवादी बसव राजू भी शामिल है।
मारे गए माओवादियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। राज्य के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस बड़ी कामयाबी की पुष्टि करते हुए बताया कि इस ऑपरेशन में एक जवान बलिदान व एक अन्य जवान घायल हुआ है।
यह मुठभेड़ नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों के डीआरजी जवानों की संयुक्त टीम द्वारा बुधवार सुबह से माड़ के दुर्गम और घने जंगलों में जारी थी। सुरक्षाबलों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बड़े माओवादी लीडरों को घेर लिया था।
यह अभियान माओवादी विरोधी अभियानों के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। अबूझमाड़ को माओवादियों का अभेद्य गढ़ माना जाता रहा है। इस सफलता से क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगने और उनके नेटवर्क को बड़ा नुकसान पहुंचने की उम्मीद है।
लिट्टे से ली थी बम बनाने और एंबुश की ट्रेनिंग
जानकारी के मुताबिक बसव राजू ने रिजनल इंजीनियरिंग कॉलेज वारंगल से बीटेक किया था। इसके बाद 1970 में उसने घर छोड़ दिया और माओवादी संगठन के साथ जुड़ गया। इस दौरान उसने 1987 में बस्तर के जंगल में लगे लिट्टे के कैंप में बम बनाने और एंबुश की ट्रेनिंग भी ली थी। राजू को बम बनाने का एक्सपर्ट माना जाता था।
वर्ष 2025 में मुठभेड़ में मिली बड़ी सफलताएं
- 31 माओवादी मारे गए : 21 अप्रैल – 11 मई तक कर्रेगुट्टा अभियान में
- 31 माओवादी मारे गए : 09 फरवरी को बीजापुर में
- 26 माओवादी मारे गए : 20 मार्च को बीजापुर में
- 17 माओवादी मारे गए : 29 मार्च को सुकमा में
- 18 माओवादी मारे गए : 16 जनवरी को बीजापुर में