
इंदौर: देवी अहिल्याबाई होल्कर (Devi Ahilyabai Holkar) की 300वीं जयंती पर मंगलवार को इंदौर (Indore) में इतिहास लिखा गया। शहर के जिस हृदय स्थल राजवाड़ा से देवी अहिल्या ने जनविकास व सुशासन की नींव रखी थी, उसी आंगन में पहली बार ‘मोहन सरकार का दरबार’ लगा।
(सिटी बस में कैबिनेट मंत्रियों, अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव।)
राजवाड़ा के आंगन में रंग-बिरंगी पताकाएं और फूलों के वंदनवार सजाए गए और इस मौके को खास बनाने के लिए कारपेट व कालीन भी बिछाया गया है तो होलकर महाराज के दरबार की तर्ज पर मुख्यमंत्री व मंत्रिमंडल के सदस्यों ने मालवी पगड़ी पहन कुर्सियों पर नहीं, गादी व तख्त पर बैठकर प्रदेश के विकास व जनहित मुद्दों पर निर्णय लिए।