
बालाघाट- मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के पुनर्गठन चुनाव की प्रक्रिया आज 22 जून को नगर के सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सम्पन्न करायी गई। जिसमें उपस्थित समस्त पदाधिकारी सदस्यों से चर्चा कर, सर्व सहमति से कराए जाने का निर्णय लिया गया। इस चुनावी प्रक्रिया को संपन्न करने के लिए मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ से प्रदेश मंत्री रजनीश वर्मा चुनाव अधिकारी व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोज मिनोटे सहायक निर्वाचन अधिकारी आये हुये थे। इन दोनों पदाधिकारी की प्रमुख उपस्थिति में यह चुनाव संपन्न कराया गया। जहां सर्व सहमति से अध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष का निर्वाचन कर, बाद में कार्यकारिणी का गठन किए जाने की सहमति बनी। जिसके उपरांत संगठन के पूर्व अध्यक्ष अशोक बिसेन का नाम फिर से जिला अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया गया। जिसका सभी पदाधिकारी सदस्यों ने स्वागत करते हुए सर्व सहमति से उन्हें दोबारा संघ का अध्यक्ष चुना। वही बालेश्वर राहंगडाले को भी एक बार फिर सर्व सहमति से संघ के सचिव चुने गए। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बैहर के माध्यमिक शिक्षक महेंद्र नागेश्वर कों सर्व सहमति से पहली बार मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की कमान सौपा गई है। इस निर्वाचन के बाद निर्वाचित पदाधिकारियो द्वारा 15 दिनों के भीतर जिला कार्यकारिणी का गठन कर इसकी घोषणा किए जाने का निर्णय किया गया हैं।
अधिकारी कर्मचारी सेवा निवृत्ति पेंशन महासंघ का चुनाव संपन्न-
मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के आंतरिक चुनाव संपन्न करने के तुरंत बाद इस बैठक में अधिकारी कर्मचारी सेवा निवृत्त पेंशन महासंघ के भी चुनाव संपन्न कराए गए। हालांकि इस चुनाव में पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सचिव विभिन्न कारणों के चलते उपस्थित नहीं हो सके। जहां संपन्न कराए गए इस चुनाव में केजी बिसेन के हाथों में अधिकारी कर्मचारी सेवा निवृत्त पेंशन संघ अध्यक्ष की कमान सौपी गई। वही पंचम हनवंत को अधिकारी कर्मचारी सेवा निवृत्त पेंशन महासंघ का सचिव बनाया गया है। इसके अलावा इसी बैठक के दौरान सेवानिवृत शिक्षक भजनलाल कटरे को कोषाध्यक्ष पद की कमान सौपी की गई है। राज्य कर्मचारी संघ के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष अशोक बिसेन ने कहा कि मुझे पुनः जिला अध्यक्ष बनाया गया है। हमारी प्राथमिकता सरकार से लंबित मांगों को पूरा करने की रहेगी। प्रदेश संगठन के नेतृत्व में शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जिसमें सबसे प्रमुख मांग पुरानी पेंशन बहाली की रहेगी। इसके अलावा जिला स्तर से कलेक्टर और जिला अधिकारी स्तर पर शिक्षकों की छोटी-छोटी समस्याएं हैं उनका भी निराकरण करना हमारी पहली प्राथमिकता में शामिल रहेगा।