
बालाघाट। जिले में पिछले छह सालों से लगातार अपने मंसूबों पर नाकाम हो रहे नक्सली संगठन बालाघाट में अपनी खोई ताकत वापस पाने के लिए आमद बढ़ा रहे हैं। इसके लिए सेंट्रल कमेटी ने हार्डकोर नक्सलियों को महाराष्ट्र,छत्तीसगढ़ से भेजा है। जो इन दिनों लगातार वारदातों को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे हैं। हाल में एक हत्या की वारदात सामने आने के साथ गढ़ी के जंगलों में नक्सली डंप मिलने से पुलिस की चिंता बढ़ गई है। इधर नक्सली अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं,तो दूसरी तरफ पुलिस भी एक्शन मोड में जंगलों में सर्चिंग अभियान तेज कर नक्सलियों को घेरने कवायद कर रही है। हार्डकोर नक्सलियों की मौजूदगी से बड़ी वारदात का खतरा बढ़ गया है।
जिले के जंगलों में अलग-अलग स्थानों पर अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे नक्सली पुलिस को चकमा दे रहे हैं। इधर लांजी के इलाके में नक्सली डेरा जमाए हुए हैं,तो दूसरी तरफ कान्हा के जंगल से लगे गढ़ी में भी लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। बम्हनी हुई वारदात के बाद पुलिस अलर्ट होने का दावा कर रही है। जबकि पुलिस सतर्कता के बीच नक्सली बड़ी वारदात के मंसूबों को अंजाम देने के लिए अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं। हर रोज अपना ठिकान बदल रहे नक्सली पुलिस को चकमा दे रहे हैं। नक्सलियों को घेरने के लिए जंगल में 10 पार्टियों को उतारा गया है। पुलिस का दावा है कि जल्दी ही पुलिस को एक बार फिर नक्सलियों को पकड़ने सफलता मिलेगी।
विस्तार दलम के बढ़ते कदम को रोकने के लिए बालाघाट के जंगलों में पुलिस फोर्स बढ़ाने के साथ ही मंडला में सर्चिंग बढ़ने से दबाव बढ़ा है। जिससे लगातार नक्सली गढ़ी के जंगलों में डेरा जमाए हुए हैं। कान्हा का जंगल अब इनके लिए सेफ जोन बन गया है।
जून में वारदातों की स्थति
गढ़ी में ओटेसर्रा के जंगल में पुलिस ने नक्सली डंप बरामद किया। वहीं गढ़ी के भैंसानघाट में भी नक्सली विस्फोटक मिला है। दूसरी तरफ नक्सलियों ने बम्हनी में एक ग्रामीण को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
जंगलों में अलग-अलग स्थानों में नक्सलियों की मौजूदगी बनी हुई है। जंगल से मिल रही सूचनाओं की तस्दीक कर जंगलों पुलिस पार्टी द्वारा सर्चिंग की जा रही है। रविवार को दस पार्टियों को सर्चिंग के लिए जंगलों में उतारा गया है। जल्दी ही पुलिस नक्सलियों को घेरकर पकड़ने में सफलता हासिल करेगी। हार्डकोर नक्सलियों की मौजूदगी को पुलिस अलर्ट है। अभिषेक तिवारी एसपी बालाघाट