नक्सलियों को हथियार सप्लाई करते आठ को पकड़ा,3 राज्यों में फैला था नेटवर्क

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गोंदिया/बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की पुलिस ने बुधवार को नक्सलियों के लिए ले जाई जा रही हथियारों की खेप पकड़ी है। यह हथियार सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए लाए गए थे। गिरफ्तार आठ आरोपितों ने स्वीकारा है कि बीते कुछ महीनों में उन्होंने कई बार नक्सलियों तक हथियार पहुंचाए हैं। यह अंतरराज्यीय गिरोह राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हथियारों की खरीद-बिक्री करता था।मध्य प्रदेश में नक्सलियों को हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह का बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। एंटी नक्सल ऑपरेशन आईजी साजिद फरीद सापू की प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस पूरे मामले में खुलासा किया है। जहां प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिला बालाघाट से पुलिस ने एक गिरोह को पकड़ा है. जिसमें 8 लोग शामिल हैं।

बालाघाट के पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि जिले में स्थित किरनापुर कीन्ही के जंगल में नक्सलियों तक हथियार पहुंचाने की फिराक में घूम रहे आठ लोगों के कब्जे से पिस्टल, एके-47 की मैग्जीन समेत अन्य सामान जब्त किया गया है।

गिरोह ने छह माह में तीन राज्यों में हथियार-बारूद समेत दीगर सामान की सप्लाई नक्सलियों को की है। आरोपितों ने बताया कि नक्सलियों को बारिश पूर्व पांच हजार कारतूस के साथ पिस्टल और अन्य हथियार-बारूद तथा शिविर लगाने की सामग्री पहुंचाने के लिए करीब एक करोड़ रुपये की डील हुई थी। इस डील को पूरा करने से पहले ही वह पकड़े गए। हालांकि, वह छह माह में 30 लाख का सामान दे चुके हैं।

ये पकड़े गए —– संजय चित्रोढ़ा, ठाणे (महाराष्ट्र),- रोहित वुटाने, निवासी ठाणे,- घनश्याम आचले, निवासी गोंदिया (महाराष्ट्र),- विजय कोरेटी, निवासी गोंदिया,- शकील खान, निवासी कोटा (राजस्थान),- वाजिद तैथरी, निवासी कोटा,- तौसीफ, निवासी झालावाड़ (राजस्थान),- जितेंद्र अग्रवाल, निवासी झालावाड़

ये सामग्री बरामद-तीन पिस्टल और उसकी तीन मैग्जीन, एके-47, जिलेटिन की आठ छड़, 20 फीट तार, आठ मोबाइल, चार पहिया दो वाहन, नौ एलइडी टार्च, छाता, हवा पंप, एमपी थ्री प्लेयर, पर्स, सूटकेस, कपड़ों से भरे तीन बैग व टेंट का सामान।

टेलर के जरिये बना लिया था हथियार आपूर्ति का लिंक

पुलिस मुख्यालय भोपाल में पुलिस महानिरीक्षक, एंटी नक्सल आपरेशन साजिद फरीद शापू ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड संजय है। यह पहले मुंबई में ड्रग्स की सप्लाई करता था। बाद में इसकी मुलाकात गढ़चिरौली में टेलर रामदास से हुई। यहीं से यह घनश्याम के संपर्क में आया। घनश्याम नक्सलियों की वर्दी सिलता था। घनश्याम के जरिये संजय ने नक्सलियों तक हथियारों की आपूर्ति का लिंक बना लिया। आरोपित राजस्थान और कुछ जगह सिकलीगरों से हथियार खरीदते और महाराष्ट्र व सेंधवा (जिला बड़वानी, मध्य प्रदेश) होते हुए मध्य प्रदेश पहुंचाए जाते थे।

यहां सक्रिय था गिरोह : महाराष्ट्र- राज्य के गोंदिया ,गढ़चिरौली।,छत्तीसगढ़- कवर्धा,राजनांदगांव।,मध्य प्रदेश- सक्रिय सभी दलम को बालाघाट से सप्लाई करते थे।

खास बात :– पिछले एक दशक से नक्सली नेटवर्क से जुड़कर कर रहे थे काम।,- पांच सौ कारतूस की डील की पुलिस को लगी थी भनक।