कान्हा के जंगल में नक्सली फैला रहे दहशत

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बालाघाट/गोंदिया- कान्हा के कोर जोन के साथ ही बफर जोन मार्ग से नक्सली आसानी से बालाघाट, मंडला, छत्तीसगढ़ लगातार भ्रमण कर अपनी पैठ बढ़ा रहे है। यहां नक्सली लगातार कान्हा से लगे क्षेत्र के गांवों में राशन, दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए ग्रामीणों पर बना रहे है, लेकिन ग्रामीण मजबूरी में तो नक्सलियों को सामग्री दे रहे है पर उनका साथ नहीं दे रहे है। जिसका ही नतीजा ये रहा कि बीती रात बालाघाट पुलिस ने गोपनीय सूचना पर कान्हा के जंगल से लगे मालखेड़ी इनामी महिला नक्सली को ढेर करने में सफलता प्राप्त की हैं।

आईजी केपी वेंकटाश्वर राव ने मिडियासे बात करते हुये बताया कि नक्सली ऐसी काल्पनिक सोच के साथ जी रहे है कि वे गरीब आदिवासियों को अपना निशाना बनाने से भी चूक नहीं रहे है। उन्होंने बताया कि नक्सली जंगल में रहने वाले आदिवासियों के पास जाकर उन्हें तरह-तरह से डरा-धमकाकर राशन, दैनिक उपयोग की सामग्री, रुपए तक मांग रहे है। इतना ही नहीं ये लोग जब मना कर रहे है तो उन्हें जान से मारने की धमकी तक दे रहे है। उन्होंने बताया कि मालखेड़ी गांव में भी नक्सली लगातार ग्रामीणों के पास पहुंच रहे थे और उन्हें डरा धमकाकर सामग्री एकत्रित कर रहे थे। बीती रात भी नक्सली एक घर पर जमा होकर सामग्री एकत्रित कर रहे थे।

वही पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि बालाघाट जिले में पुलिस लगातार एरिया डामिनेशन, नक्सली उन्मूलन अभियान, ऑपरेशन भरोसा जैसे कार्यक्रम कर आदिवासी क्षेत्रों के ग्रामीणों की मदद कर रही है। जिसके चलते ही बालाघाट के रहवासी नक्सलियों का साथ नहीं दे रहे है। जिसके चलते ही नक्सली बस्तर जिले के ग्रामीणों को दलम में भर्ती कर रहे है। उन्होंने बताया कि विगत वर्षो की तुलना में वर्तमान समय में नक्सलियों ने काफी तादाद बालाघाट-मंडला में कान्हा के जंगल में बढ़ाई हैं।
बीती रात मालखेड़ी गांव व जंगल में हुई मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों द्वारा की गई फायरिंग में एसएलआर, एके फोरटीसेवन के सेल्स मिले है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने करीब 80 से 90 राउंड करीब आधा घंटे तक फायरिंग की थी। वहीं जंगल में छुपे नक्सली भी नक्सलियों को भागने में मदद करने के लिए फायरिंग कर रहे थे और रात अधिक होने के चलते नक्सली भागने में सफल हो पाए हैं।