
, महिला के पित्ताशय से निकाले 1426 स्टोन…
सबसे बड़े ब्रेस्ट ट्यूमर निकालने का रिकॉर्ड भी दर्ज है डॉ. विकास जैन के नाम..
प्रतिनिधि। (5 सितंबर)
गोंदिया। अपनी काबिलियत और बेहतर अनुभवी सुझबुझ से चिकित्सीय पेशे में दुनियां में नाम कमाने वाले शहर के बी.जे. हॉस्पिटल के सफलतम चिकित्सक डॉ. विकास जैन, आज फिर अपने कार्यो से चर्चा में है। इस बार डॉ. विकास जैन ने एक महिला के पेट में पित्ताशय की थैली का सफल ऑपरेशन कर 1426 पथरी निकाली है जो कि एक बड़ा रिकॉर्ड है।
बीजे हॉस्पिटल एन्ड रिसर्च इंस्टिट्यूट के प्रमुख डॉ. विकास जैन ने अबतक की सबसे बड़ी पथरी निकालकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके है। इतना ही नहीं डॉ. विकास जैन के नाम दुनिया में पहली बार सबसे बड़े ट्यूमर निकालने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने एक महिला पर जटिल व सफल ऑपरेशन कर 5.6 किलो का ब्रेस्ट ट्यूमर निकालकर रेकॉर्ड कायम किया था।
इस बार मध्यप्रदेश के बोदा, तहसील मलाजखंड जिला बालाघाट की एक 55 वर्षीय महिला झुरनबाई मडावी बीजे हॉस्पिटल में असहनीय दर्द लेकर आयी थी। डॉ. विकास जैन ने उनकी जांच कर अस्पताल में भर्ती होने कहा था। 31 अगस्त को महिला के पेट में पित्ताशय की थैली का जटिल ऑपरेशन किया गया। महिला के पित्ताशय से 1 हजार 4 सौ 26 छोटे-बड़े स्टोन निकाले गए। ये ऑपरेशन करीब कुछ घँटों तक चला एवं महिला 3 सितंबर को स्वस्थ होकर अपने घर लौट गई।
इतनी बड़ी संख्या में पित्ताशय की थैली से स्टोन निकालना एक जटिल व चुनौतीपूर्ण कार्य था। परंतु हमेशा चुनोती स्वीकारने वाले डॉ विकास जैन ने ये भी कर दिखाया और नया रिकॉर्ड कायम किया।
कहते है कि पित्ताशय की पथरी पित्त के कठोर क्रिस्टल बनने से होती है। पित्ताशय की थैली एक छोटा सा नाशपती के आकार का अंग है जो पेट के दाहिनी और यकृत के ठीक नीचे स्थित होता है। इसका काम पित्त को संग्रहित करना और छोड़ना होता है। जब पित्त में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल मौजूद होता है तो यह क्रिस्टलाइज हो जाता है और पित्त पथरी बनाने लगता है जो पित्ताशय की थैली को ठीक से खाली होने से रोकता है। ऐसा ही महिला के साथ हुआ। दो साल से ध्यान नही देने से ये घातक व असहनीय हो गया जिसके बाद इसका सफल व जटिल ऑपरेशन किया गया।