खाद-बीज खरीदते समय बरतें सावधानी-रेखलाल टेंभरे

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गोरेगाव,दि.9 जुनः- प्राकृतिक आपदा झेल रहे किसान जैसे तैसे हालातों से संभलते हुए अपने खेतों के लिए खाद बीज का इंतजाम करते हैं। पर अफसोस कुछ मुनाफाखोर लोगों की वजह से इनकी साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता है। किसान फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए उन्नत किस्म के बीज व खाद बाजार से खरीदते हैं। मगर किसानों किसान कई बार भ्रामक विज्ञापनों या सूचनाओं के आधार पर खाद व बीज खरीद लेते हैं। जिससे किसानों का काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र का किसान खरीफ फसल की बुवाई की तैयारी में जुट गया है। खाली पड़े खेतों की साफ-सफाई का दौर शुरू हो गया है। किसान खेतों में गोबर खाद के छिड़काव के साथ हल बख्खर आदी चलाने में जुट गया है। इसके बाद खाद, बीज की खरीदी की जाएगी, जिसके लिए कृषि बाजार इन दिनों सजने लगे हैं, लेकिन किसानों को बीज खरीदने से पूर्व कुछ सावधानियां रखने की सख्त जरुरत होने की बात जिला बँक के संचालक रेखलाल टेंभरे इन्होने की है।

रेखलाल टेंभरे ने बताया कि, किसान किसी भी कृषि केंद्र से खाद बीज खरीदते समय पक्के बिल्ल ले, यदि कोई दुकानदार पक्के बिल देने से मना करता है तो उसकी शिकायत कृषि विभाग के अधिकारियों से करें। यदि कोई ऐसा करता पाया गया तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। कृषि केंद्र दुकानदार माल खरीदते समय खाद का ‘O’ फाॅर्म और बिज का प्रिंसिपल सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है। किसान भाइयों को नकली खाद बीज से कैसे सावधान रहा जाए इस पर कृषि विभाग द्वारा मार्गदर्शन किया जा रहा है।

टेंभरे ने कहा कि, कुछ वर्षों से लगातार देखा जा रहा है कि क्षेत्र में कई किसान नकली बीज खरीद लेते हैं। अमानक कंपनियों के प्रतिनिधियो द्वारा बीजों को बेहतर बताकर वह कम कीमत का प्रलोभन देकर बीज बेजते हैं। जब इन बीजों का निर्धारित अनुपात में अनुकरण नहीं होता है, तब किसानों को ठगी का पता चलता है और तब तक बहुत देर हो जाती है। इससे किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती है। ऐसे में किसानों को कई प्रकार के जोखिम झेलने पढ़ते हैं। जानकार किसानों ने बताया कि किसानों को वर्तमान समय में खाद, बीज एवं दवाई आदी को खरिदते समय अनुमानित पत्र देखना अति आवश्यक है। प्रमाणित बीज ही खरीदा जाए। किसी भी प्रकार की कंपनियों या विश्वसनीय कंपनियों की लालच में न आए, क्योंकि क्षेत्र के किसान नकली बीज खरीदकर लगातार जोखिम उठा रह।