
गोंदिया- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सहित वाम दलो का दि.२५ मई से ३१ मई २०२२तक महंगाई और बेरोजगारी विरोधी आंदोलन के तहत आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की गोंदिया जिला शाखा द्वारा एसडीओ कार्यालय गोंदिया पर मोर्चा-प्रदर्शन आंदोलन कर प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमे पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस आदि की किमतों मे हो रही वृद्धी और अब मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल-डिजल से वैट कम कर ईनकी किमते कम करने का दावा करना याने” पहले मनमाना लुट और अब कुछ छुट “जैसे हैं।लोगो को जिने के लिए लगने वाली जरूरत की जिवणावश्यक चिजे अनाज,चावल ,गेहु, दाले,तेल के दाम बढ़ते जा रहे हैं, बिजली के बिल, बच्चो की पढ़ाई लिखाई के खर्चे,फिस मे बढ़ोत्तरी, स्टेशनरी, युनिफार्म और किताबो के दामो मे वृद्धी,रेल ,बस के किराए मे बढ़ोत्तरी स्वास्थ्य सेवाओ का निजीकरण और दवाईयों के बेहताशा बढ़ते दामों ने जिना मुश्किल कर दिया है ।एक तरफ किसानो की उपज को लागत खर्च से भी कम दाम मिल रहा है वही दुसरी ओर कृषिपयोगी चिजो (बिज, खाद, किटनाशक, बिजली बिल,मजदुरी, कृषि यंत्र आदि)के दामो मे अभूतपूर्व वृद्धी होने से किसान हलाकान है । सरकार की गलत नितीयों के कारण महंगाई ,बेरोजगारी बढ़ रही है और लोगो की आमदनी घट रही है जिससे गरीब, मध्यम वर्ग, प्राइवेट कंपनीयो मे नौकरी करने वाले, छोटे व्यापारी,असंगठित क्षेत्र के मजदुर ईस भिषन महंगाई की मार झेल रहे हैं।सरकार की ईन्ही नितीयों के खिलाफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के देशव्यापी आंदोलन के तहत आज मोर्चा प्रदर्शन आंदोलन किया गया जिसमे प्रमुखता से हौसलाल रहांगडाले, मिलिंद गनविर, रामचंद्र पाटील, शेखर कनोजीया,काॅ.करूना गनवीर, प्रल्हाद ऊके, कॉ.परेश दुरूगवार,चरणदास भावे,शंकर बिंझलेकर, बाबुराव राऊत, चैतराम दियेवार,गुणंतराव नाईक, जितेंद्र गजभिए, प्रकाश डहाट, नेवल मारगाये आदि कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामील थे।