
शिकायत नहीं होने के चलते कोर्ट में नरम पड़ा सरकारी पक्ष,
– मनीष दत्त बोले हेल्प डेस्क में नहीं आयी एक भी शिकायत
बालाघाट/लांजी।जिले का बहुचर्चित डबलिंग मनी मामला अब भी लोगों की उम्मीदों का केंद्र बना हुआ है, लोगों को पूरी संभावना नजर आ रही है कि 29 जून को सभी आरोपितों की जमानत हो जाएगी और ऐसा इसलिए भी नजर आ रहा है क्योंकि 24 जून को हुई सुनवाई में सिद्धार्थ दत्त सरकारी पक्ष की पैरवी में भारी पड़ते दिखाई दिए और सरकारी वकील यह जवाब तक नहीं दे पाए कि वे किस डाक्यूमेंट को जमा करने की बात कह रहे है, एकबारगी तो यह भी नजर आया कि सिद्धार्थ दत्त ने यह तक कह दिया कि इनके पास कोई डाक्यूमेंट ही नहीं है।
– यह था मामला
गौरतलब हो कि जिले के बहुचर्चित मनी डबल मामले की सुर्खियों के बाद बालाघाट पुलिस ने हिम्मत और जज्बा दिखाकर इसके मुख्य आरोपी सोेमेन्द्र कंकरायने एंड टीम को अनिमित जमा योजना प्रतिबंद्ध अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर इनके पास से 10 करोड़ रूपये की भारी-भरकम राशि बरामद की थी. जिसमें पुलिस ने 11 आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने, तामेश मंसुरे, राकेश मंसुरे, प्रदीप कंकरायने, हेमराज आमाडारे, ललित वैष्णव, राहुल बापुरे, रामचंद्र कालबेले, अजय तिड़के, शिवजित चिले और मनोज सोनकर को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया था. जहां उनकी लगाई गई जमानत याचिका को रद्ध कर सभी आरोपियों को पुलिस ने न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया था. जिनकी रिमांड अवधि खत्म होने के बाद आरोपित सोमेन्द्र कंकरायने एंड टीम के लिए आदेश के लिए न्यायालय पर सबकी निगाहे टिकी थी।
– नहीं मिली एक भी शिकायत
अजय कुमार तिड़के विरूद्ध द स्टेट आॅफ मध्यप्रदेश, हेमराज विरूद्ध द स्टेट आॅफ मध्यप्रदेश, सोमेंद्र कंकरायने विरूद्ध द स्टेट आॅफ मध्यप्रदेश इन तीनों ही मामलों में 24 जून को माननीय श्री न्यायाधीश सुश्रुत अरविंद धर्माधिकारी जबलपुर की कोर्ट में सुनवाई हुई इस दौरान बालाघाट सिटी में सभी इंनोसेंट लोगों से यह कहकर पैसा लिया गया कि उनको डबल करके देंगे। सरकारी वकील ने सोमवार का समय मांगते हुए कहा कि कुछ डायक्यूमेंटर सबमिट नहीं है जिसके लिए समय दिया जाए। सिद्धार्थ दत्त ने कहा कि जिस स्कीम के तहत मामला दर्ज किया गया है उसमें किसी ने शिकायत नहीं की है, कोई व्यक्ति ने नही कहा कि हमसे पैसा लिया गया, इन्होने हेल्प डेस्क खोली तो उसमें भी कोई शिकायत नहीं मिली, कोई आदमी नहीं कह रहा है कि इन्होने मुझे मजबूर किया कि मेरा पैसा डबल कराके देंगे, ऐसी किसी व्यक्ति ने शिकायत नहीं की।
– डाक्यूमेंट के बहाने तारीख
जज ने पूछा कि आप डाक्यूमेंटस कब सबमिट करेंगे? तो सरकारी पक्ष bola की सोमवार को सबमिट करेंगे तो जज ने कहा सोमवार को कैसे सुनवाई करेंगे, जिस पर सरकारी पक्ष का जवाब था कि बुधवार को जब हम डाक्यूमेंट सबमिट करेंगे। सिद्धार्थ दत्त ने कहा कि इन्होने समय ले लिया है, दो बार समय ले चुके है बहस करने का। जज ने कहा जब सोमवार को डाक्यूमेंट सबमिट करेंगे तो केस सोमवार को लगाने का कोई फायदा नहीं है। सरकारी पक्ष का जवाब मिला कि मंगलवार को सबमिट करेंगे, जिस पर सिद्धार्थ दत्त ने पूछा कौन से डाक्यूमेेंट है? फिर मुस्कुराकर कहा कि कोई डाक्यूमेंट ही नहीं है.. जिस पर सरकारी पक्ष के वकील भी मुस्कुराते नजर आए जो यह बताने के लिए काफी था कि शायद कोई डाक्यूमेंट ही नहीं है।
– क्या 29 को होगी जमानत?
जज ने कहा कि जो भी डाक्यूमेंट है वह सोमवार को सबमिट हो जाने चाहिए पाजिटिवली तो इस पर सरकारी पक्ष का कहना था कि अगले सप्ताह तक का समय दिजिए क्योंकि जांच जारी है क्योकि हर रोज करोड़ो रूपए एक आदमी पकड़ रहा है, लेकिन जज ने इस बात को अनदेखा करते हुए अगली सुनवाई के लिए कहा सरकारी पक्ष ने प्रार्थना की कि मंगलवार को एडिशनल साहाब आएंगे, तो एक दिन सुनवाई बढ़ा दी जाए जिस पर अब अगली सुनवाई 29 जून को होगी।