वसंतोत्सव में सफल रही “काव्य-दोपहर’

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गोंदिया. मासिक कवि-गोप्ठी की वर्षों से निरंतर चली आ रही श्रंखला के अंतर्गत भिन्न भाषी साहित्य मंडल ने रविवार दिनांक १८ फरवरी को दोपहर सक्षम कार्यालय, सुभाष उद्यान के समीप सिविल लाइन्स में काव्य दोपहर वसंतोत्सव का यादगार आयोजन कवि श्री नरेश गुप्ता के कुशल संयोजन में किया जिसमें स्थानीय कवियों के अलावा बालाघाट से आमंत्रित कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं की खूब प्रशंसा लूटी। विशेष उल्लेखनीय यह कि वसंतपंचमी को संस्था के सदस्य श्री नरेश गुप्ता का जन्म दिन होने से साहित्य मंडल, व्यापारी फेडरेशन एवं अन्य उपस्थित मित्रों ने पुष्प गुच्छ प्रदान कर उन्हें अपनी शुभकामनाएँ दी।
मंच पर बतौर अतिथि श्री शारदा वाचनालय के उपाध्यक्ष श्री किरण मुंदड़ा,प्रसिद्ध अधिवक्ता वीणा वाजपेयी, मंडल के संयोजक श्री शशि तिवारी, श्री नरेश आर गुप्ता उपस्थित थे। अध्यक्षता वरिष्ठ कवि श्री प्रकाश मिश्रा ने की। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ कवि एवं मंडल के कोषाध्यक्ष श्री रमेश शर्मा ने संस्था के 68 वे वसंत पर संस्था की गतिविधियों से सभी को अवगत कराया।व्यापारी फेडरेशन के सदस्य श्री अपूर्व अग्रवाल की वैवाहिक वर्षगाँठ होने से उन्हें भी मित्रों ने पुष्प गुच्छ प्रदान कर शुभकामनाएँ, बधाई दी। शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र के पूजन व माल्यार्पण से हुआ। गोष्ठी का आगाज प्रसिद्ध कवि श्री शशि तिवारी ने मां शारदा की वंदना से किया। हास्य की छोटी छोटी चुटकियों से श्री सुरेन्द्र जगने ने रसिकों को खूब हंसाया।कवि निखिलेशसिंह यादव के छंदात्मक मुक्तक, चन्द्रप्रकाश बनकर, नरेश आर गुप्ता,रविन्द्र अंबुले,मनोज बोरकर मुसव्विर,चिरंजीव बिसेन, इंजीनियर गोवर्धन बिसेन गोकुल की रचनाओं ने अच्छा प्रभाव जमाया। प्रा. उमा पवार, श्रीमती किंजल मेहता, प्रकाश मिश्रा, छगन पंचे छगन, शशि तिवारी, रमेश शर्मा के साथ बालाघाट से आए किशोर छिपेश्वर, गीतकार प्रदीप दर्शन एवं तुमेश पटले ने
कवि गोष्ठी को यादगार बना दिया। इस समय वरिष्ठ कवि, पत्रकार माणिक गेडाम के हाथों रविन्द्र अंबुले के काव्य संग्रह का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में सर्वश्री पं. बजरंगलाल शर्मा, कचरूलाल शर्मा, विजयकुमार लाटा, हरीश शिवहरे,लवली होरा, गणेश अग्रवाल, प्रा. अतुल गुप्ता, एड.अनिता शर्मा, प्रा. मधु पांडेय, ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
आभार सचिव मनोज एल जोशी ने व्यक्त किया।