9 सौ समर्थकों के साथ भाजपा के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत ने थामा कांग्रेस का हाथ

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बालाघाट। चुनाव के पहले भाजपा में अनदेखी और व्यक्तिपूजा को महत्व देने का आरोप लगाकर लगातार मंगलवार बालाघाट जिले के पूर्व सांसद बोधसिंह भगत ने भोपाल में अपने 900 समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली।

एक जनसभा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, जिला प्रभारी आलोक मिश्रा, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और विधायक संजयसिंह उईके, विधायक हीना कावरे, पूर्व विधायक मधु भगत, कांग्रेस नेता अनुभा मुंजारे सहित जिले के कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद थे।

बोधसिंह भगत ने कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और कमलनाथ के जिंदाबाद के नारों से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज मैं कांग्रेस परिवार में शामिल हो गया। मुझे राहुलजी की भाईचारा को बनाए रखने के लिए निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा ने प्रभावित किया। उन्होंने कमलनाथ को लेकर कहा कि वह प्रदेश के हर कांग्रेसी के दिलों में हैं। जिन्होंने अपने सवा साल की सरकार में प्रदेश में एक अमिट छाप छोड़ी, लेकिन यह प्रदेश की जनता का दुर्भाग्य है कि आपको ज्यादा काम करने का अवसर नहीं मिला। खासकर बिजली में 100 यूनिट 100 बिल से ना केवल खपत कम हुई बल्कि लोगों को राहत भी मिली। आपने किसानों का कर्जा माफ किया। मिलावट, भूमाफिया के खिलाफ आपने कार्रवाई की।

मेरी भी भाजपा में केवल नकली खाद, नकली बीज, नकली दवा को लेकर लड़ाई थी। जिसका मुद्दा मैने उठाया लेकिन मेरी आवाज को दबा दिया गया और मेरे पर काट दिए गए।

सवा साल में बेहतर काम कर रही कांग्रेस की सरकार को भाजपा ने धनबल के दम पर गिराने में शक्ति लगा दी लेकिन अबकी बार कमलनाथ को प्रदेश में सरकार बनाने से कोई रोक नहीं सकता है।

कमलनाथ के सामने बोधसिंह भगत ने ली कांग्रेस की सदस्यता
कमलनाथ के सामने बोधसिंह भगत ने ली कांग्रेस की सदस्यता

बोधसिंह बोले- झूठ काा पुलिंदा हैं सीएम शिवराज

उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि आज उन्हें लाडली बहना, आशा-उषा कार्यकर्ता और बहनें याद आ रही। सरकार महिलाओं के वोटों के लिए उन्हें लॉलीपाॅप देने का काम कर रही है लेकिन जनता समझ गई है। प्रदेश में कमलनाथजी की बात पर विश्वास किया जा सकता है लेकिन शिवराजसिंह की बात पर विश्वास नहीं। जिस भाजपा ने प्रदेश के किसानों को मिलने वाला बोनस बंद कर दिया।

प्रदेश को कर्ज से दबा दिया। प्रदेश में सरकारी जमीन बेची जा रही हो, ऐसी सरकार अब ज्यादा दिन नहीं चलने वाली है। कांग्रेस ने हमेशा गरीबों, किसान, मजदूर, महिला और युवाओं के बारे में विचार कर जो संस्थान खड़े किए थे, आज देश की मोदी सरकार उनका निजीकरण कर उन्हें बेचने का काम कर रही है। आज तो देश में बोलने की आजादी भी खत्म हो गई है। अगर किसी ने बोला तो उसे जेल में डाल देते हैं, यदि छींक दे तो गुस्सा आ जाता है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने के लिए मैंने कोई शर्त या एग्रीमेंट नहीं किया है। मुझे जो भी जवाबदारी साहब सौंपेंगे वह जवाबदारी मुझे स्वीकार्य होगी। उन्होने कहा कि प्रदेश का भविष्य कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित है। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा आप सब मेरा और कांग्रेस का नहीं बल्कि सच्चाई का साथ दे रहे हैं। आज प्रदेश में चहुंओर भ्रष्टाचार है। इससे लड़ना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

पार्टी से थे निष्कासित
पूर्व सांसद बोधसिंह भगत को वर्ष २०१९ में पार्टी से बगावत करने के मामले में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। वर्ष २०१९ में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने बालाघाट-सिवनी संसदीय सीट से डॉ. ढाल सिंह बिसेन को प्रत्याशी बनाया था। जबकि पूर्व सांसद बोधसिंह भगत ने भी प्रत्याशी के लिए अपनी दावेदारी की थी। लेकिन भगत को प्रत्याशी नहीं बनाया गया। जिसके चलते उन्होंने पार्टी से बगावत कर ली। निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ा। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
वर्ष २०१४ में सांसद, वर्ष २००३ में बने विधायक
वर्ष २०१४ के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बोधसिंह भगत को प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में उन्हें जीत मिली थी। वर्ष २०१४ में पहली बार भाजपा प्रत्याशी के रुप में सांसद निर्वाचित हुए थे। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी हीना कावरे को चुनावी शिकस्त दी थी। इसके पूर्व वर्ष २००३-२००८ में खैरलांजी विधानसभा क्षेत्र (अब वारासिवनी में मर्ज) से विधायक निर्वाचित हुए थे। इसी तरह वर्ष १९९९ से २००२ तक जिला पंचायत सदस्य रहे। इसके अलावा वे ग्राम पंचायत घुबडग़ोंदी के सरपंच भी रहे।