सुकमा में माओवादियों द्वारा लगाए IED की ब्लास्ट की चपेट में ASP आकाश राव गिरिपुंजे शहीद

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रायपुर- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। सोमवार सुबह माओवादियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED विस्फोट में एडिशनल एसपी (ASP) आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए। इस धमाके में सब-डिवीजनल पुलिस अधिकारी (SDOP) भानुप्रताप चंद्राकर और कोंटा थाना प्रभारी सोनल ग्वाला समेत कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए हैं। एयरलिफ्ट से गिरपूंजे के पार्थिव शरीर को रायपुर लाया जा रहा है। कल रायपुर के महादेघाट में उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।

यह हादसा सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर कोंटा–एर्राबोर मार्ग पर डोंडरा और फंदीगुड़ा के बीच हुआ।पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार रात को फंदीगुड़ा के पास एक क्रेशर प्लांट में माओवादियों ने हमला कर एक बैकहो लोडर मशीन (जेसीबी) को आग के हवाले कर दिया था। मशीन के आसपास माओवादियों ने प्रेशर IED भी बिछा दी थी। इस घटना की जांच के लिए सोमवार सुबह पुलिस अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची। जैसे ही अधिकारी वाहन से उतरकर घटनास्थल की ओर बढ़े, तभी माओवादियों द्वारा लगाए गए IED में जोरदार विस्फोट हो गया। इस हमले में ASP आकाश राव गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत कोंटा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। SDOP भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी सोनल ग्वाला सहित अन्य घायल अधिकारियों को एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। सभी घायलों की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।

यह घटना माओवादियों द्वारा 10 जून को भारत बंद के आह्वान के बीच हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर दहशत फैलाना चाहते हैं। ASP आकाश राव अपनी टीम के साथ क्षेत्र में गश्त पर थे ताकि संभावित माओवादी घटनाओं को रोका जा सके। आकाश राव गिरपुंजे को एक साहसी और जिम्मेदार अधिकारी के रूप में जाना जाता था। उनके शहीद होने की खबर से पुलिस विभाग और राज्यभर में शोक की लहर फैल गई है। राज्य सरकार और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उनके बलिदान को नमन किया है और कहा है कि उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

यह हमारे लिए दुखद क्षण- डिप्टी सीएम शर्मा

छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस घटना को लेकर कहा कि एएसपी सुकमा, आकाश राव गिरिपुंजे ने कोंटा-एर्राबोरा रोड पर डोंड्रा के पास एक आईईडी विस्फोट के कारण घायल होने के बाद अपने प्राणों की आहुति दे दी. वह एक बहादुर जवान थे और उन्हें कई वीरता पुरस्कार दिए गए थे. यह हमारे लिए एक दुखद क्षण है. तलाशी और अभियान शुरू कर दिया गया है.