अब अजितदादा के बारामती में निकलेगा ग्राम पंचायत कर्मियों का मोर्चा !

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पुणे में कर्मचारी महासंघ कार्यकारिणी का फैसला.
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गोंदिया- आयटक संबध, महाराष्ट्र राज्य ग्रामपंचायत कर्मचारी महासंघ की राज्य कार्यकारिणीकी सभा शनिवार दि .२८ अगस्त २१ पुणे में आकुर्डी स्थित श्रमशक्ती भवन मे वरिष्ठ कामगार नेता और महासंघ की कार्यकारिणी सदस्य का . शिवकुमार गणवीर की अध्यक्षता में संपन्न सभा मे ग्राम पंचायत कर्मियों के वृद्धिगत न्युनतम वेतन पर सौ फिसदी अनुदान देने में अर्थ मंत्रालय द्वारा की जा रही आनाकानी के लिए जिम्मेदार अर्थ मंत्री अजितदादा पवार के बारामती स्थित जन संपर्क कार्यालय पर राज्य भर के कर्मी विशाल मोर्चा निकालकर धरना आंदोलन करेंगे ईस आशय का फैसला लिया गया हैं। सभा के प्रारंभ मे कोरोना महामारी मे अपनी सेवा देते समय एवम् अन्य कारणो निधन हुए, मजदूर आंदोलन के दिवंगत कार्यकर्ताओं और ग्रा.पं. कर्मियों को श्रध्दांजली अर्पित करने के पश्चात महासंघ के
के महासचिव राज्य का. नामदेव चव्हाण ने महासंघ की गतिविधियों ,संगठनात्मक और कर्मियों के सवालों पर महासंघ के कार्यो का विस्तृत ब्यौरा सभा में प्रस्तुत किया जिसपर राज्य से आए २० जिलों के पदाधिकारियों नेअपने मत व्यक्त किए । ईस दौरान ग्रा.पं. कर्मियों की समस्याओं के निराकरण में राज्य सरकार और विशेषतः ग्राम विकास विभाग और वित्त मंत्रालय की टालमटोल और उदासीनता का तीव्र निषेध करते हुए. राज्य के ग्रा.पं. कर्मियों आकृतीबंध कालबाह्य शर्त हटाने, वेतनश्रेणी लागू करने को मान्यता देने के संदर्भ सरकार अगस्त २०१७ में मा. अभय यावलकर(भाप्रसे) की अध्यक्षता में गठित की गई अध्यन समितीने अपनी रिपोर्ट ३साल पहले ही सरकार को प्रस्तुत करने के बावजूद अबतक समिति की सिफारिशों के मुताबिक वेतनश्रेणी,पेशंन देने में की जा रही टालमटोल और समितीकी रिपोर्ट को नजरअंदाज किया जा रहा हैं। ग्रा.पं. के न्यूनतम वेतन मे बढ़ोत्तरी का महाराष्ट्र शासन के उद्योग, उर्जा एवम् कामगार विभागा ने दि .१० अगस्त २०२० को अधिसुचना जारी की हैं जिसे १साल पुरा होने के बाद भी ईसपर अमल न होना और ईस वेतन के लिए वृद्धिगत वेतन पर दिए जाने वाले अनुदानके लिए वित्त विभाग ने राशी अबतक नही दि हैं और वेतन वृद्धिगत वेतन अनुदान दिए जाने की ग्राम विकास विभाग की फाईल को ही मंत्रालय के ग्रामविकास, वित्त और विधी विभाग के टेबलों पर जानबूझकर भटकाया जा रहा हैं अर्थात सरकार की अधिसूचना का ही सरकारही पालन नहीं कर रहीं हैं जिसके दुष्परिणाम से राज्य के तकरीबन साठ हजार से भी ज्यादा ग्रा.पं. कर्मियों को ईस वेतन से वंचित होना पड़ रहा हैं। कर्मियों के न्युनतम वेतन के लिए सरकारी अनुदान प्राप्ति के लिए लागू कर वसुली तथा आय की शर्त रद्द कर १०० फिसदी अनुदान देने के आश्वासन के बाद भी ईसका पालन न करने की वादाखिलाफी, शासन और प्रशासन की अनदेखी और ऊससे हो रहे कर्मियों का शोषन असहनीय हो रहा हैं तथा कर्मियों में रोष पैदा कर रहा हैं।
ग्रा.पं. कर्मियों को वेतनश्रेणी और पेन्शन लागू कराने , कामगार विभाग की दि .१० अगस्त२०२०के अधिसूचना का पालन कर सुधारित न्युनतम वेतन अनुदान वित्त विभाग ने तुरंत देने साथ ही ईसके लिए लादी गई करवसुली एवम् आय की शर्त हटाने की सरकार ने अपनी जबाबदारी को समझ अकृतीबंध के और आकृतीबंध बाहर वाले सभी को वेतन के लिए १०० फिसदी अनुदान देने,सहित अन्य मांगों पुर्ती के लिए पिछले अनेको महिनों से महासंघ के साथ-साथ विविध कर्मचारी संगठनो द्वारा राज्य के अनेक मंत्री, लोकप्रतिनिधि, मंत्रालयीन संबंधित अधिकारीयोंको को प्रतिवेदनों के माध्यम से अवगत कराया गया तथा तहसीलो एवम जिला स्तरों पर बार-बार आंदोलनों के माध्यमो से सरकार का ध्यानाकर्षण किया गया किंतु सकार नही पसीज रहीं हैं ईसी पार्श्वभूमीपर महाराष्ट्र राज्य ग्रामपंचायत कर्मचारी संगठनों की संयुक्त कृति समिती द्वारा आनेवाले १५ दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, अर्थमंत्री अजितदादा पवार,ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रीफ ईन्हे तथा मंत्रालयीन संबंधित विभागों के सचिवों से मुलाकात का कार्यक्रम महासंघ की सभा में निश्चित किया गया कृति समितीके पदाधिकारीयों से संबंधित मंत्री और सचिवों से चर्चा न होने या चर्चा होकर भी सकारात्मक चर्चा या निर्णय न होने पर कृति समितीके नेतृत्व में सिघ्र राज्य के अर्थमंत्री अजितदादा पवार बारामती स्थित जनसंपर्क कार्यालयपर ग्रा.पं. कर्मियों का ” राज्यव्यापी भव्य मोर्चा निकालकर धरना-प्रदर्शन ” आंदोलन करने का फैसला ईस सभा में लिया गया .सभा मे महिला फेडरेशन की नेता का.लता भिसे,पुणे के आयटक नेता का.अनिल रोहम एवम् का.अरविंद जक्का ईन्होने अपने संबोधन में महासंघ के आगामी कार्यो के लिए अपनी शुभकामनायें दी और हर प्रकार के सहयोग का आश्वासन दिया। सभा में का.मिलिंद गनविर ने महासंघका १२व वा राज्य अधिवेशन गोंदिया मे नवंबर माह के अंत में या दिसंबर २०२१ के प्रथम सप्ताह मे आयोजित करने की सुचना को सभागृह ने मान्यता दी।
ईस सभा को महासंघ के राज्य संगठन सचिव, ए .बी. कुलकर्णी, सखाराम दुर्गुडे, मिलिंद गनविर,मंगेश म्हात्रे तथा एड .सुधीर टोकेकर , शाम चिंचणे, सुरेश निकाड़जे,निलकंठ ढोके . वसंत वाघ , ,अमृत महाजन, अँड . राहुल जाधव, किरण पांचाड़ , अरुण देसाई, महिला नेत्या कॉ . सुहाशिनी मोकाशी , कॉ .शिवाजी पाटील,हुवण्णा पुजारी, गोविंद म्हात्रे ,उज्वल गांगुर्डे, हनमंत कांबड़े , संजय हाडके ,चत्रुघ्न लांजेवार,सुखदेव शहारे,आशिष उरकुड़े, विष्णु हत्तीमारे सहित महासंघ के अनेक जिलों से आए पदाधिकारीयो ,जिला अध्यक्ष सचिवो और कार्यकर्ता बड़ी संख्या मे उपस्थित थे .