आज गोंदिया शहर में आदिवासियों की महारैली

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एक तीर एक कमान विश्वातील आदिवासी एक समान

गोंदिया, -. जागतिक आदिवासी दिवस उत्सव समिति की ओर से 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर महारैली का आयोजन किया गया है. रैली की शुरुआत सुबह 11 बजे प्रशासकीय इमारत जयस्तंभ चौक से आंबेडकर चौक, नेहरू चौक, गोरेलाल चौक, दुर्गा चौक, चांदनी चौक, गांधी प्रतिमा, जयस्तंभ चौक, उड्डान पुल होते हुए मरारटोली बस स्टैंड मार्ग से आंबेडकर भवन, मरारटोली में समाप्त होगी. महारैली में मांदर नृत्य, डांस समूह शेंडा, आदिवासी संस्कृति झांकी, छत्तीसगढ़ की चुरिया नृत्य समूह, गोंडी नृत्य व 25 से 30 हजार आदिवासी उपस्थित रहेंगे. दोपहर 3 बजे आंबेडकर भवन, मरारटोली में मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
रैली का नेतृत्व नेशनल आदिवासी पिपल्स फेडरेशन अध्यक्ष करण टेकाम, आदिवासी हलबी कर्मचारी संगठन अध्यक्ष जगन्नाथ घासले, छाया टेकाम, अर्चना मडावी, प्रमिला सिंद्रामे, शिला उइके, संगीता पुसाम, मालती किन्नाके, शामराव उइके, दिनेश तांडे, दुर्गेश कडपते, मुलचंद गावराने, मुरारी पंधरे, राहुल येल्ले, तानेश ताराम, ललिता ताराम आदि करेंगे. मार्गदर्शन कार्यक्रम में उद्घाटक व सत्कारमूर्ति के रूप में सांसद नामदेवराव किरसान, सह उद्घाटक विधायक विनोद अग्रवाल, अध्यक्ष के रूप में नेशनल आदिवासी फेडरेशन के केंद्रीय महासचिव दुर्गाप्रसाद कोकोडे, दीप प्रज्वलक विधायक सहेषराम कोरोटे, पूर्व विधायक राजेंद्र जैन, पूर्व विधायक संजय पुराम, समाजकल्याण सभापति पुजा धुर्वे, शिक्षाधिकारी राजकुमार हिवारे, आदिवासी विकास प्रकल्प अधिकारी उमेश काशीद, कृषी व पशुसंवर्धन सभापति सोनू कुथे, सेवानिवृत्त उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी राजकुमार पुराम, उपविभागीय अधिकारी कविता गायकवाड़, मुख्य लेखा व वित्त अधिकारी जर्नाधन खोटरे, पंस सभापति सविता कोडापे, अंबिता बंजार, धनराज तुमडाम, घनश्याम तोडसाम, फरेंद्र कुथीरकर, वाई.सी. भोयर, प्रितमसिंग कोडापे तथा प्रमुख अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त गटशिक्षाधिकारी कुसुम पुसाम, सेवानिवृत्त तहसीलदार सी.आर. भंडारी, एड. विवेक धुर्वे, भरत मडावी, रमेश चाकाटे, डा. नितीका मरस्कोल्हे, एड. दुष्यंत किरसान, सी.ए. राणे, जे.डी. गावडकर, ओमप्रकाश भलावी, ए.बी. मरस्कोल्हे, प्रा. योगेश भोयर आदि उपस्थित रहेंगे.
संयुक्त राष्ट्र द्वारा भारत सहित सभी देशों को अस्तित्व, अस्मिता, विशिष्ट पहचान, सांस्कृतिक स्वाभिमान, जल-जंगल जमीन की रक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए दिए गए निर्देशानुसार 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. दुनिया भर में आदिवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए ‘एक तीर एक कमान विश्वातील आदिवासी एक समान’ इस रणनीति के अनुसार आदिवासी दुनिया में एक समान हैं, आदिवासी समाज के समग्र उत्थान, विकास, प्रगति के लिए पूरे आदिवासी समाज के भाइयों, बहनों, अधिकारियों, छात्रों, किसानों, खेत मजदूरों और सभी बंधुओं को रैली में उपस्थित रहेने की अपील नेशनल आदिवासी पिपल्स फेडरेशन अध्यक्ष करण टेकाम ने की गई है.