अंतर्राष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान से गोवर्धन बिसेन ‘’गोकुल’ को किया गया सम्मानित

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गोंंदिया,दि.०२ दिसबंरः– बिहार के पौराणिक धरोहर एवं ऐतिहासिक भूमि राजगीर में नारायाण यादव (एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रेकार्ड श्रीलंका), डॉ. सौरभ पाण्डेय मानद कुलपति (धराधाम अंतर्राष्ट्रीय गोरखपुर), डॉ. अभिषेक कुमार (दिव्य प्रेरक कहानियाँ मानवता अनुसंधान केंद्र आजमगढ) और राजीव रंजन (गौरैया विहग फाउंडेशन नालंदा) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में संपूर्ण भारत वर्ष से चयनीत साहित्य सेवा, समाजसेवा, पर्यावरण, राष्ट्र सेवा, एकता, बंधुत्व, भाईचारे, शांति, समरसता और संस्कृति रक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 50 असाधारण महानुभावों को डॉ. संजय कुमार कुलपति, नालंदा खुला विश्वविद्यालय, नालंदा इनकी अध्यक्षता में और महंत सुधीर दास शास्त्री महाराज अयोध्या धाम, उत्तर प्रदेश तथा डॉ. डी. आर. रेवाला (IRS), सहायक आयुक्त, सीजीएसटी, सीमा शुल्क एवं सेवा कर, भारत सरकार, सूरत, गुजरात इनकी मुख्य अतिथी में तथा नगेंद्र सिंह मेहता पूर्व भूवैज्ञानिक, भारत सरकार और नंदलालमणि त्रिपाठी वरिष्ठ साहित्यकार, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश इनकी प्रमुख उपस्थिती में अंतरराष्ट्रीय मगध गौरव सम्मान से सम्मानित किया है. जिसमें साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के लिए गोंदिया निवासी कवि, लेखक एवं प्रकाशक इंजी. गोवर्धन बिसेन (गोकुल) को भी सम्मानित किया गया.

पोवारी, हिंदी और मराठी के कई आभासी पटल पर काव्यस्पर्धा में सहभागी होकर राज्यस्तरपर प्रथम, व्दितीय क्रमांक के साथ उत्कृष्ट लेखन के लिए उन्हे कई बार सम्मान पत्र मिले है. उत्कृष्ट तथा सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए उन्हे ‘पोवारी साहित्य रत्न’, ‘साहित्य कला कुमुदिनी रत्न’, ‘राष्ट्रीय साहित्यकार’, ‘राष्ट्रीय प्रतिभा’, ‘लिटररी ब्रिगेडिअर’ आदि सम्मानों से पुरस्कृत भी किया गया है. इसी वर्ष २०२४ में इनके ‘मयरी’ पोवारी काव्यसंग्रह को ‘सर्वोत्कृष्ट पोवारी साहित्य’ पुरस्कार और ‘मृदगंध’ मराठी काव्यसंग्रह को ‘राज्यस्तरीय विं.दा.करंदीकर’ पुरस्कार मिले है.इस सम्मान के लिए गोवर्धन बिसेन ‘गोकुल’ को अखिल भारतीय पोवार महासंघ, पोवारी, मराठी और हिंदी साहित्यमंच के कवि और लेखक तथा रिश्तेदार और मित्रों द्वारा बधाईया दी गयी है.