बैगा समाज के कल्याण मे कोई कसर बाकी नही रखेंगें- मुख्यमंत्री चौहान

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बालाघाट ,१० फरवरी- मध्यप्रदेश की सरकार विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के कल्याण के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखेगी। बैगा समाज के कल्याण के लिए हर संभव मदद करेगी। बैगा समाज की आबादी कम न हो इसके लिए विशेष प्रयास किये जायेंगें। बैगा दम्पत्ति परिवार नियोजन अपनाना चाहे तो कलेक्टर की अनुमति के बगैर उनके नसबंदी आपरेशन नहीं किये जायेंगें। बैगा संस्कृति एवं परम्पराओं के संरक्षण के लिए बैगा ओलंपिक का आयोजन अगले वर्ष और भी धूमधाम से आयोजित किया जायेगा। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 10 फरवरी को संत रविदास जयंती के अवसर पर बैहर में आयोजित तीन दिवसीय बैगा ओलंपिक के शुभारंभ कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कही।
बैहर में बैगा ओलंपिक के साथ ही तीन दिवसीय कृषि संगोष्ठी एवं स्वास्थ्य शिविर का भी मुख्यमंत्री चौहान द्वारा शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन, सांसद बोध सिंह भगत, विधायक के.डी. देशमुख, डॉ. योगेन्द्र निर्मल, पूर्व विधायक भगत सिंह नेताम, रामकिशोर कावरे, रमेश भटेरे, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अनुपमा नेताम, नगर पालिका बालाघाट के अध्यक्ष अनिल धुवारे, अन्य गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में बैगा जनजाति के लोग उपस्थित थे। बैगा ओलंपिक में बालाघाट सहित मंडला, डिंडोरी, उमरिया, अनुपपुर, सिवनी, शहडोल, राजनांदगांव एवं नागलैंड के 6 सदस्यों का दल शामिल हुआ है।

ध्वज फहरा कर बैगा ओलंपिक का किया शुभारंभ
तीन दिनों के बैगा ओलंपिक के दौरान बैगा जनजाति के पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैहर खेल परिसर मैदान में बैगा ओलंपिक मशाल प्रज्जवलित किया और बड़ादेव की पूजा कर व ध्वज फहरा कर बैगा ओलंपिक का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने बैगा खिलाड़ियों को शपथ दिलायी कि वे अनुशासित रहकर खेल भावना के साथ अपना प्रदर्शन प्रस्तुत करेंगें। श्री चौहान ने बैगा युवाओं की त्रिटंगी दौड़ एवं महिलाओं की मटका दौड़ का शुभारंभ भी कराया।
मुख्यमंत्री चौहान ने संत रविदास जयंती के अवसर पर बैगा ओलंपिक के आयोजन के लिए जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि यह बैगा संस्कृति का अद्भुत संगम है। बैगा संस्कृति निरंतर आगे बढ़े और उसकी परंपरायें संरक्षित रहें इसके लिए बैगा संस्कृति के आधार पर बैहर में संग्रहालय की स्थापना की जायेगी। आने वाले वर्ष में बैगा ओलंपिक का आयोजन धूमधाम करने का प्रयास किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिए शिक्षा की बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई है। अनुसूचित जाति, जनजाति एवं गरीब छात्रों को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए मदद दी जा रही है। प्रदेश के युवा खूब पढ़े और प्रदेश का नाम रोशन करे इसके लिए उन्हें हर संभव मदद की जा रही है। उन्होंने कहा कि संत रविदास के आदर्शों पर चलकर प्रदेश के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बैगा जनजाति के बच्चे भी खुशहाल जीवन जी सके इसके लिए चतुर्थ श्रेणी के पदों पर बैगा जनजाति के पढ़े-लिखे युवाओं की सीधे भर्ती की जा रही है। इसके साथ ही उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में 10 लाख से 2 करोड़ रुपये तक का ऋण दिया जायेगा।