भाजपा से अभिषेक तो कांग्रेस से भोलाराम हो सकते है लोकसभा प्रत्याशी

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राजनांदगांव,15 मार्चःः. लोकसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद राजनीतिक पार्टियों में बैठक का दौर शुरू हो गया है. भाजपा- कांग्रेस जहां लोकसभा सीट हाासिल करना चाह रही है. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. इसी के तहत किसान संघ भी कांग्रेस से टिकट की मांग रहा है. यदि उन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिलती है तो वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव में अपना उम्मीद्वार उतारेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी की ओर से वर्तमान सांसद रहे अभिषेक सिंह पर फिर से दाव लगाते हुए उन्हें इस बार भी लोकसभा का प्रत्याशी बनाने जा रही है. वर्तमान सांसद अभिषेक सिंह छत्तीसगढ़ पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव के विधायक डॉ. रमन सिंह के पुत्र है और राजनांदगांव जिले में उनकी एक अलग ही पहचान है. तो वहीं कांग्रेस जातिगत समीकरण खेलने की फिराक में नजर आ रही है. कांग्रेस खुज्जी से विधायक रह चुके भोलाराम साहू को अपना प्रत्याशी बनाने जा रही है. लेकिन कांग्रेस से किसान संघ द्वारा अपना प्रत्याशी खड़ा करना चाह रहे है. किसान संघ कांग्रेस से सुदेश टिकम को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रहा है. गत दिनों किसान संघ ने अपनी ताकत दिखाते हुए सैकड़ों गाडिय़ां कर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने भी गई थे.
पहले भी हो चुका है कांग्रेस और किसान संघ का समझौता
कुछ माह पूर्व संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और किसान संघ का समझौता हुआ था. कांग्रेस से विधायक रहे भोलाराम साहू की टिकट काटकर किसान संघ के चंदू साहू की धर्मपत्नी श्रीमती छन्नी साहू को खुज्जी विधानसभा से टिकट दी गई थी और वे काफी लंबे मतों से विजयी भी हुई है. सूत्र तो यह भी बता रहे है कि उस वक्त भोलाराम साहू को समझाईश देते हुए कहा गया था कि आपको लोकसभा का प्रत्याशी बनाया जाएगा. इस पर भोलाराम साहू मान गए थे.
फिर किसान संघ ने मांगी कांग्रेस से टिकट
विधानसभा चुनाव २०१८ में किसान संघ ने खुज्जी से किसान संघ के चंदू साहू की धर्मपत्नी छन्नी साहू को टिकट दिलाने में सफलता हासिल की है और अच्छे मतों से विजयी भी हुए है. जिसे देखते हुए किसान संघ ने लोकसभा चुनाव में किसान नेता सुदेश टिकम को राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की है. किसान संघ द्वारा कांग्रेस पर लगातार दबाव भी बनाया जा रहा है. जिससे अब कांग्रेस के सामने असमंज्य की स्थिति पैदा होती नजर आ रही है. यदि किसान संघ को कांग्रेस से टिकट नहीं मिलती है तो वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सुदेश टिकम को लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है.