चंद्रपुर. बाघों के लिए मशहूर ताड़ोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में अब महिला गाइड भी यहां के वन्यजीवों के बारे में उचित जानकारी दे रही हैं। और वह दिन दूर नहीं जब ये महिला गाइड पर्यटकों को बाघ दर्शन कराए। दरअसल व्याघ्र प्रकल्प प्रबंधन ने 6 महिला गाइड को नियुक्त किया है। इनमें शहनाज बेग, गायत्री वाढई, काजल निकोडे, माया जेंगढे, भावना वाढई शामिल हैं।
वन्य प्राणी पर्यटन जैसे क्षेत्र में महिलाओं को भी उचित अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है। इसके लिए 1 से 28 फरवरी तक महिलाओं को एक माह का प्रशिक्षण भी दिया गया। प्रशिक्षण वन विभाग के प्रशिक्षित गाइड मृगाण सावे तथा चार वन अधिकारियों द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद लिखित परीक्षा ली गई जिसमें उत्तीर्ण होने वाली महिलाओं को गाइड के तौर पर नियुक्त किया गया।
विवाहित हैं सभी महिला गाइड
आमतौर पर शादी के बाद महिलाओं को पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते अपनी शिक्षा संबंधी रुचि का त्याग करना पड़ता है। लेकिन ताड़ाेबा में गाइड के तौर पर नियुक्त इन महिलाआंे ने अपने इस मिथक को तोड़ दिया। कुछ नया कर दिखाने की इनकी ललक ने उनके परिवार के लोगों ने भी उन्हें सहयोग के लिए मजबूर कर दिया। और आज ये गाइड नियुक्त की गईं।
अनोखे उपक्रम से पर्यटक खुश : डॉ. गरड
ताड़ोबा के फील्ड डायरेक्टर डॉ. गरड ने बताया कि होली का दिन महिला गाइड की सेवा का पहला दिन था। होली पर सभी पुरुष गाइड छुट्टी पर थे। इस दौरान महिला गाइड ने ही कमान संभाली और पर्यटकों को अपने मार्गदर्शन से प्रभावित किया। उनके वन्यजीवों के अध्ययनपूर्ण मार्गदर्शन से खुश होकर कई पर्यटकों ने उन्हें अतिरिक्त टिप भी दी।