अनीता की संस्थानिक हत्या के बाद सड़कों पर जबरदस्त प्रदर्शन

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चेन्नई। मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाले NEET एग्जाम को लागू किए जाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने वाली छात्रा अनीता ने शुक्रवार 1 सितम्बर को आत्महत्या कर ली। इस आत्महत्या को लोग रोहित वेमुला के संस्थानिक हत्या की तरह ही देख रहे हैं। छात्रों और लोगों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश हैं। चेन्नई की सड़कों पर गुस्साए छात्रों ने प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में छात्र NEET को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी अनीता के खिलाफ सुनाया फैसला

बता दें कि अनीता NEET की वजह से मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाई थी। जिसकी वजह से उसका डॉक्टर बनने का सपना टूट गया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपना फैसला अनीता के खिलाफ ही सुनाया। जिसके बाद अनीता ने इस जातिवादी नीति के सामने हार मान ली और आत्महत्या कर ली। मौत के विरोध में सैकड़ों छात्रों ने चेन्नई की सड़कों पर प्रदर्शन किया। छात्रों ने सड़कों पर लेटकर प्रदर्शन किया। साथ ही कुछ छात्रों ने अनीता को श्रद्धांजलि दी, और NEET को खत्म करने की मांग की।  अनीता के पिता ने कहा, ‘उसने बेहद मुश्किल परिस्थितियों में पढ़ाई की थी। वह NEET को लेकर काफी परेशान थी। उसने क्या गलत किया था? इसकी जवाबदेही किसकी है?’

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीएमके नेता सर्वानन ने पूरे मामले के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि NEET को बीजेपी ने लागू करवाया है। इसके लिए बीजेपी ही जिम्मेदार है। डीएमके नेता ने कहा कि बीजेपी ने हमारा गला काटा और राज्य सरकार भी इस हमले से किसी को बचा पाने में असफल रही।  गौरतलब है कि रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद भी देशभर के शिक्षण संस्थानों में विरोध प्रदर्शन हुआ था। देशभर में बहुजन आंदोलन उभरकर सामने आया था।