आज फोरम एव जेसीआई गोंदिया राईस सिटी द्वारा सायकल चलाओ अभियान

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गोंदिया : जैसे जैसे जनसंख्या बढ़ रही है ,उससे कही अधिक रफ्तार से लोगो की जीवनशैली में बदलाव का परिणाम होते जा रहा है। इसी बदलाव का परिणाम है की आज कल सड़को पर सायकल नजर नहीं आती और एक तरफ जहा लोग पैदल चलने के नाम पर सिर्फ सुबह मॉर्निग वॉक करते नजर आते है। वही भीड़ में कुछ चंद लोग ही सायकल चलाते नजर आते है ।आज कल के बच्चे भी सायकल को चलाना भूल ही गये है ,और उन्हें सायकल चलाने में हिचकिचाते है इसा नजारा आजकल देखने को मिलता है।

सड़को पर बढ़ते ईंधन युक्त वाहनों को भीड़ का परिणाम है। की तेजी से ईंधन एव वाहन प्रदूषण बढ़ ते चला जा रहा है, पहले लोग सार्वजनिक नलों पर पानी भरने के लिये भीड़ होती थी वैसे ही कुछ आजकल की सड़को पर नजर आता है की गाड़ियों की हॉर्न बजाने की भीड़ हो जाती और हार्न बजाने पर भी साईड न मिलने पर वादविवाद सुरु होकर हाता पाई पर उतर जाते है।
सड़को पर इन्धनयुक्त वाहनों की बढ़ती संख्या से बड़ी समस्या उत्पन हो चुकी है, प्रत्येक वैक्ति के स्वास्थ पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट पेशेंट की संख्या तेजीसे बढ़ते जा रही है। और इन सब का उपाय है की अब लोग पपुनः अपनी जीवनशैली को भूतकाल की और ले जाए पैदल भले ही चलना संभव नहीं हो  परंतु कम से कम सायकल जरूर चलाये समय की आवश्यकता को देखते हुये गोंदिया शहर में ऐसा ही एक प्रयास शहर चलाया जा रहा है। जिस में आज लायंस क्लब गोंदिया ने अपने टीम के सात सुबह ६ बजे से ७ बजे तक एक घंटा सायकल चलाया। इस उपक्रम को  जेसीआई गोंदिया राईस सिटी के अध्यक्ष और आज फोरम के अध्यक्ष मंजू कटरे ने १८ जून  रविवार २०१७ से सुरवात की और हर रविवार को लगातार एक घंटा सायकल चलाकर एक संदेश दे रहे है। इस रविवार को १७ रविवार पुरे होगये है। जिसमे गोंदिया लायंस क्लब ने भी हिंसा लिया जिस में पुष्पक जसनी लायंस डिस्ट्रिक्ट चेयरमेन पर्यावरण, लायंस क्लब गोंदिया रॉयल के अध्यक्ष रितेश अग्रवाल, वही आज फोरम के अध्यक मंजू कटरे एव जेसीआई राईस सीट गोंदिया के अध्यक्ष रवि सपाटे, धावक मुन्नालाल यादव, जेसीआई पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पुरषोत्तम मोदी, धीरज अग्रवाल, विनय शाहू, शिवा अग्रवाल, हरीश गोपलानी राहुल अग्रवाल, शौरभ अग्रवाल, प्रितेश अग्रवाल हरलीन होरा, कुशल चोपड़ा, कुशल अग्रवाल सारंग अग्रवाल, शैलेन्द्र कावळे, कृष्णा शेंडे, कनक भारतवाज,  पूर्वा कोहळे, भारती चतुर्वेदी, निकिता बंसोड़, पवन और वही स्कुल के बचे भी बड़ी संख्या अपना योगदान दिया और इस एकदिन सायकल के नाम में सामिल रहे।