परीक्षा के मूल्यांकन में गलती हुई तो होगी कार्रवाई

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भोपाल – पिछले कई सालों से 10वीं और 12वीं परीक्षा के मूल्यांकन में बड़ी से बड़ी गलती करने पर भी शिक्षक कड़ी कार्रवाई से बचते रहे मगर इस बार ऐसा नहीं होगा। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल का प्रस्ताव मिलते ही लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारी कार्रवाई शुरू कर देंगे। कार्रवाई सस्पेंड या विभागीय जांच की भी हो सकती है। ऐसा मंडल के सचिव रहे डीडी अग्रवाल के लोक शिक्षण पहुंचने के कारण हुआ है।
मंडल में करीब तीन साल सचिव की कुर्सी संभालते हुए श्री अग्रवाल ने मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों की सूची कई बार लोक शिक्षण को भेजी, लेकिन लोक शिक्षण ने बचाने की परंपरा के अनुसार कभी भी लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। छात्रों का रिजल्ट खराब करने वाला कोई भी शिक्षक न सस्पेंड हुआ न किसी पर विभागीय कार्रवाई की गई।
मामूली जुर्माना भरकर मामला खत्म होता रहा। अब श्री अग्रवाल वर्तमान में लोक शिक्षण के आयुक्त हैं। उन्हें मंडल के अधिकारियों की मजबूरी भी पता है और शिक्षकों की गलतियां भी। ऐसे में मूल्यांकन में गंभीर लापरवाही करने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
लोक शिक्षण को बस मंडल के प्रस्ताव का इंतजार रहेगा। उल्लेखनीय है कि इस बार करीब 30 हजार शिक्षक दोनों परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे। इन शिक्षकों को करीब सवा करोड़ कॉपियां जांचनी हैं।
:- मूल्यांकन में शिक्षकों से गलतियां तो होती हैं। पिछले सालों में भी ऐसे शिक्षकों को दंडित किया गया है। इस बार भी मंडल की तरफ से प्रस्ताव आएगा, तो कड़ी कार्रवाई करेंगे।
डीडी अग्रवाल, आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय