प्राध्यापक प्रेमचंद सोनवाने द्वारा लिखित रचनाओं का संकलन “सागर की कुछ बूंदें” का विमोचन

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गोंदिया,29 नवंबर:- नगर के प्रसिद्ध लेखक, व्यंग्यकार, कवि व उपन्यासकार प्राध्यापक प्रेमचंद सोनवाने का सत्कार तथा उनकी रचनाओं का संकलन “सागर की कुछ बूंदें” का विमोचन दैनिक “कशिश” के पूर्व संपादक वीरेंद्र कुमार जायसवाल के कर कमलों द्वारा किया गया। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि कशिश सहित कई अन्य समाचारपत्रों में विगत पाँच वर्षों तक प्राध्यापक प्रेमचंद सोनवाने की रचनाओं की प्रकाशित रचनाओं का संकलन नगर के एक साहित्यप्रेमी अशोककुमार सक्सेना द्वारा किया गया है। जिन्होंने अपने इस संकलन का नाम “सागर की कुछ बूंदें” दिया है। इस संकलन का विमोचन रामनगर स्थित अपने निवासस्थान “रंजित विला” में आयोजित भव्य कार्यक्रम में पत्रकार और साहित्य जगत से संबंधित अनेकों व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति के दौरान किया गया। कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि वीरेंद्र कुमार जायसवाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि दशकों से प्रेम सोनवाने सर की रचनाओं का प्रकाशन दैनिक “कशिश” में निरंतर होता आ रहा है। जिनको साहित्य जगत के पाठकों द्वारा बहुत सराहा जाता है। रचनाओं के संकलनकर्ता अशोक सक्सेना द्वारा किए गए संकलन के विषय में उन्होंने कहा कि किसी प्रशंसक द्वारा अपने पसंदीदा लेखक की रचनाओं का संकलन करना और उसे लेखक को ही समर्पित करना एक अभूतपूर्व कार्य है । इससे यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित होता है कि लेखक के रूप में सोनवाने  की रचनायें पाठको में कितनी लोकप्रिय व गरिमामय रहतीं हैं।
“सागर की कुछ बूंदें” के संकलनकर्ता अशोक सक्सेना ने अपने इस संकलन के संदर्भ में यह बतलाया कि प्राध्यापक सोनवाने द्वारा लिखी गई रचनाओं की संख्या सैकड़ों में है। जो देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहीं हैं ।तथा “सागर की कुछ बूंदें” में जिन रचनाओं का संकलन किया गया है ।वे विगत मात्र पांच वर्षों में ही प्रकाशित हुये हैं। यह संकलन उसी तरह है जैसे किसी सागर की अथाह जल राशि में से कुछ बूंदों को निकाल कर उसे सहेजने का कार्य किया गया है। उन्होंने प्राध्यापक सोनवाने से अनुरोध किया कि वे अपनी इन रचनाओं का प्रकाशन अवश्य करें ताकि हिंदी के साहित्यजगत में एक थाती के रूप में वे सदैव अपनी पहचान बनाये रखें।
कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन विजय सिंह बैस द्वारा व्यक्त किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि रुप मे हरिंद्रकुमार मेठी, चंद्रकांत खंडेलवाल, मोहन चंद्र पवार, विजय बैस, विजय जैन, डाक्टर हरिनारायण चौरसिया, पुरुषोत्तम मोदी, डॉक्टर नितेश कुमार बाजपेयी, नूतन खंडेलवाल, जगदीश कोडवानी एवं “वामा” महिला सुरक्षा दल की अध्यक्ष कुमारी पूजा तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।