गोंदिया पं.स.पर ग्रामपंचायत कर्मचारीयों ने निकाला मोर्चा

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:: शिक्षा मंत्री केशरकर के वक्तव्य का तिव्र निषेध:

गोंदिया,-महाराष्ट्र राज्य ग्रामपंचायत कर्मचारी महासंघ (संबध आयटक) द्वारा 22 फरवरी को ग्रामपंचायत कर्मचारीयोंने राज्य महासंघके कार्याध्यक्ष काॅ.मिलिंद गनविर,जिला आयटक के सचिव कॉ.रामचंद्र पाटील,जिला कार्याध्यक्ष सुकदेव शहारे ,तहसील सचिव विनोद शहारे,कार्याध्यक्ष महेंद्र कटरे, ऊपाध्यक्ष जगदिश ठाकरे, संगठन सचिव देवेन्द्र मेश्राम, भाऊलाल कटंगकार के नेतृत्वमें नेहरू चौक से मोर्चा निकालकर पंचायत समिती पर प्रदर्शन किया गया. ईस आंदोलनके माध्यम से राज्य के शालेय शिक्षामंत्री दिपक केसरकर के ऊस बयान का तिव्र निषेध किया “जिसमे ऊन्होने ग्रामपंचायत कर्मचारीयो से पाठशालाओं के शौचालय साफ कराने की बात की” विस्तार अधिकारी डी. आर.लंजे ने आकर ज्ञापन स्विकार कर चर्चा की. तथा 20 फरवरी को शिकायत निवारण समिती की सभा के निर्णय मुताबिक 28 फरवरी तक समस्याओ के निराकरण होने की शंभावना व्यक्त की. ईस दौरान आंदोलन के माध्यम से राज्य के शालेय शिक्षा मंत्री दिपक केसरकर द्वारा “पाठशालाओं के शौचालयों के सफाई की जवाबदारी ग्रामपंचायत कर्मीयों को दिए जाने” के वक्तव्य की कड़ी निंदा कर ऊनका तिव्र निषेध किया गया. अन्य मांगो में आनलाइन वेतन अनुदान कर्मचारीयोंके बैंक खाते मे नियमित जमा होने तथा शेष रक्कम तथा राहणीमान भत्ता हर माह ग्रामपंचायत कर्मचाचारीयों को अदा करने, भत्ता एवंम वेतनकी कुल राशी पर 8.33 प्रतिशत रकम भ.नि.नि. खाते मे जमा करने ,सेवा पुस्तिका अद्यतन करने, नियम के मुताबिक हर तिन महिनो में पं.स.स्तरपर शिकायत निराकरन समिती की सभा लेने, कर्मचारीयों के सेवाशर्तो के पालन हेतु पंचायत समिती द्वारा कर्मचारीयों के रेकार्ड की जांच करने, आर्थिक शोषण करनेवाले ग्रामसेवक शेंडे तथा बार- बार शिकायते करने पर कोई कार्यवाही न करने वाले अधिकारीयो पर कार्यवाही की मांग की गई. राज्य महासंघ के कार्याध्यक्ष कॉ.मिलिंद गनवीर ने मोर्चे को संबोधित करते हुए ईन्ही सवालो पर जिलाव्यापी आंदोलन के तहत 1 मार्च को गोंदिया जिला परिषद पर किए जाने वाले मोर्चा एवंम बेमियादी धरना आंदोलन में शामील होने का आव्हान किया. ईस मोर्चे मे प्रमुखता से सुनिल लिल्हारे माणिक ऊके, आनंद बागड़े,राजेश भोकासे, यवन धमगाए, विठ्ठल ऊके, संगीता चौरे,लिला कापसे आदि प्रमुखता से शामील थे.