प्राचीन ग्रामीण संस्कृति हमारी धरोहर- विनोद अग्रवाल

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गोंदिया। मंडई -मेला, डंडार, तमाशा और शायरी यह हमारे ग्रामीण धरोहर की पुरानी परंपरा है। जिस समय समाज प्रबोधन के साधन नहीं थे तब इसी संस्कृति के माध्यम से हम समाज में नई दिशा का संचार वह प्रबोधन करने का कार्य करते थे। हमारी समाज प्रबोधन की परंपरा व धर्म संस्कृति इसी माध्यम से चली आ रही है और हमने आज भी इसे अपने पूर्वजों के माध्यम से चला कर उसे जिंदा रखा है। उक्त आशय के उदगार भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने ग्राम गर्रा खुर्द में आयोजित मंडई मेला कार्यक्रम में बतौर उद्घाटक के रूप में व्यक्त कीये।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में भाजपा जिला उपाध्यक्ष मुन्ना भारद्वाज, भाजपा जिला महामंत्री भाऊ राव उके, पंचायत समिति सभापती माधुरीताई हरिनखेड़े, कार्यक्रम अध्यक्ष गणेश बरडे, सुभाष मुंदडा, गर्रा सरपंच डीलेश्वरीताई ऐड़े, उपसरपंच सोनाताई जिया लाल बोपचे, रावणवाडी सरपंच सुजीत येवले, जियालाल बोपचे, कामठा उपसरपंच प्रकाश सेवतकर, मेला समिति अध्यक्ष रतिराम ठाकरे, उपाध्यक्ष हिरदीलाल पटले, सचिव छगनलाल न्यायकरे, रविंद्र गावरकर, तमुस अध्यक्ष वसंतराव राहंगडाले, कन्हैयालाल रहांगडाले, यादोराव दिहाडी, जयेंद्र भोयर, गेंदलाल बांगडे, एवं मेश्राम सर आदि मान्यवर, ग्रामीण जन उपस्थित थे।
विनोद अग्रवाल ने आगे कहा कि मंडई -मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम यह एक प्रभावी कला है। नाटक के माध्यम से जो कला का प्रदर्शन, बोध हमें कराया व दिखाया जाता है हम उसे बिना पढ़े ही आत्मसात कर लेते हैं। चाहे वह महाभारत रामायण या अन्य कोई धार्मिक प्रवचन या नाटक क्यों ना हो, हम उसे देख और सुन कर याद कर सकते हैं। आज भाजपा सरकार इन्हीं पुरानी संस्कृति और समाज प्रबोधन के पाठ्यक्रमों को डिजिटलाइजेशन के माध्यम से ऑनलाइन चलचित्र शिक्षा देने पर जोर दे रही है।
      उन्होंने युवाओं को शिक्षा के स्तर पर आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहित किया व सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की। इसके साथ ही सरकार की योजनाओं, कर्जमाफी, फसल बीमा, गोंदिया को सरकार द्वारा अकाल घोषित किए जाने पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने गुमराह करने वालों से सावधान रहने की अपील करते हुए उनके भ्रमित कार्यशैली से ग्रामीणों को अवगत कराया। रावणवाड़ी से गर्रा खुर्द तक बनी सड़क में भ्रष्टाचार होने व हमारे पैसों के दुरुपयोग होने की जानकारी दी। इसके साथ ही ओबीसी समाज को लेकर केंद्र सरकार क्या रुख  अपना रही इस पर सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की।