पूर्व गृहमंत्री और एनसीपी नेता आर.आर पाटिल का निधन

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मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता आर.आर पाटिल का 57 साल की उम्र में मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में निधन हो गया। कल तासगांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पाटिल कैंसर की बिमारी से लंबे समय से जूझ रहे थे। कुछ दिन पहले उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। 7 फरवरी को हॉस्पिटल में उनके टहलने की कुछ तस्वीरें सामने आई थी जिसके बाद कहा जा रहा था कि उनकी तबियत में सुधार आ रहा है।मुंह के कैंसर से पीड़ित आर.आर पाटिल को दो महीने पहले मुंबई के लीलावती अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। नवंबर में उनके जबड़े का ऑपरेशन किया गया और दिसंबर में उनकी एंजियोग्राफी करवाई गई थी। पाटिल के पार्थिव को मुंबई एनसीपी ऑफिस में अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा।
राज्य में एक दिन का शोक
पाटिल के निधन पर राज्य सरकार ने एक दिन का शोक घोषित किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने इसे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ी क्षति करार दिया है। वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे ने पाटिल को एक आदर्श नेता कहा है।
राजनीतिक जीवन
एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन सरकार में पाटील की हैसियत हमेशा नंबर दो की रही। वह 1990 से लगातार 6 बार सांगली जिले के तासगांव विधानसभा सीट से विधायक थे। पाटिल की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2014 में विधानसभा चुनावों के दौरान मोदी लहर के बावजूद वह अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। पाटिल 2003 से 2008 तक महाराष्ट्र के गृह मत्री भी रहे। इसी दौरान उन्हें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। 2009 में कांग्रेस-एनसीपी के गठबंधन वाली सरकार के दोबारा सत्ता में आने पर उन्हें फिर से महाराष्ट्र के गृह मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
पाटिल अक्टूबर 2009 से सितंबर 2014 तक दोबारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री रहे। पाटिल 1979 से 1990 तक जिला परिषद सदस्य भी रहे। महाराष्ट्र में ग्रामविकास मंत्री के तौर पर उन्होंने अच्छा काम किया। महाराष्ट्र में गाडगे बाबा ग्राम स्वच्छता अभियान की शुरूआत भी आरआर पाटिल ने की।
व्यक्तिगत जीवन
16 अगस्त 1975 को सांगली जिले के तासगांव तहसील के अंजनी गांव में जन्मे आर.आर पाटिल का पूरा नाम रावसाहेब रामराव पाटील था। पाटिल ने प्राथमिक शिक्षा गांव के पी बी पाटील स्कूल में पूरी की। इसके बाद उन्होंने सांगली के शांति निकेतन कॉलेज से आर्ट्स और वकालत की पढाई पूरी की। पाटिल को उत्तम वक्ता और सामाजिक सरोकार से जुड़े हुए नेता के रूप में जाना जाता था।
विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहे
आर.आर पाटिल महाराष्ट्र की राजनीति में अपने विवादित बयानों की वजहों से भी सुर्खियों में रहे। उनके द्वारा रेप को सही बताने वाले बयान पर खूब विवाद हुआ। विवाद बढ़ता देख पाटिल ने अपने बयान पर माफी भी मांगनी पड़ी थी। 26/11 हमले को लेकर भी पाटिल ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था ‘छोटे-छोटे शहरों में बड़ी-बड़ी बातें होती रहती हैं’ इस बयान के बाद उन्हें अपनी कुर्सी भी गंवानी पड़ी थी।