अन्ना के मंच पर AK का विरोध, कुछ देर में ही दिल्ली के CM को उतरना पड़ा

0
14

नई दिल्ली. भूमि अधिग्रहण के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे अन्ना हजारे के साथ लंबे समय बाद अरविंद केजरीवाल नजर आए। मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री जैसे-तैसे मंच तक पहुंच तो गए, लेकिन वहां विरोध के कारण उन्हें कुछ देर बाद ही उतरना पड़ा। इससे पहले अरविंद केजरीवाल अन्ना हजारे के मंच के नजदीक पहुंचे। केजरीवाल मंच के ठीक सामने अगली पंक्ति में जाकर बैठ गए। कुछ देर बाद ही केजरीवाल उठे और जैसे ही मंच की ओर बढ़े, वहां मौजूद लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध के बाद केजरीवाल मंच के नीचे ही रुकने को मजबूर हो गए और वहीं खड़े हो गए। इसी दौरान लगभग छह फुट ऊंचे मंच से कुछ लोगों ने केजरीवाल को ऊपर खींच लिया। इसके बाद केजरीवाल कुछ देर तक अन्ना हजारे के साथ बगल में बैठे रहे। लेकिन बाद में उन्हें वहां से उतरना पड़ा।
मंच से आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा, भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन किसानों और गरीबों के खिलाफ है और हम इसका घोर विरोध करते हैं। अगर अध्यादेश ने कानून का शक्ल ले लिया, तो सरकार उद्योगपतियों की दलाल और प्रॉपर्टी डीलर बन जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि भले ही में दिल्ली में जमीन का मुद्दा राज्य सरकार के अधीन न हो, लेकिन इसके बाद भी वह राज्य में जबर्दस्ती जमीन का अधिग्रहण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने जनता विरोधी काम किए, जिसकी वजह से आम लोगों ने उन्हें सत्ता से हटा दिया। अब बीजेपी सरकार भी यही गलती दोहरा रही है। लोग उन्हें भी सबक सिखाएंगे। उन्होंने अन्ना हजारे से अपील की कि वे बुधवार को दिल्ली सचिवालय में आएं और सिर्फ दस मिनट के लिए यहां अधिकारियों और कर्मचारियों का मार्गदर्शन करें।
भीड़ कम लेकिन अन्ना के हौसले बुलंद, सरकार भी सक्रिय
दूसरी ओर जंतर-मंतर से खबर है कि अन्ना के इस आंदोलन में भीड़ पिछली बार की तुलना में काफी कम है। हालांकि, कार्यकर्ताओं का कहना है कि सोमवार की तुलना में मंगलवार को ज्यादा भीड़ जुटी है।
सेना के पूर्व अधिकारियों के हाथों में अन्ना आंदोलन की कमान
टीम अन्ना की कोशिश है कि इस बार आंदोलन को अराजनीतिक रखा जाए। आंदोलन की खास बात ये है कि इस बार पूरी जिम्मेदारी भारतीय सेना के तीन पूर्व अधिकारी संभाल रहे हैं। ये तीन नाम हैं कर्नल एसपी सिंह, सुनील फौजी और दिनेश नयन। सुनील फौजी ने संयुक्त किसान संघर्ष समिति के बैनर के तले किसानों को एकजुट किया, जिसमें ज्यादातर किसान जंतर-मंतर पहुंचे हैं। कर्नल एस पी सिंह मंच का संचालन कर रहे हैं और उन्हीं के निर्देश पर लोगों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। दिनेश नयन पूर्व सेना अधिकारी हैं और अन्ना हजारे के रालेगांव दफ्तर से सीधे जुड़े हुए हैं। वह अन्ना के निर्देश पर ही सभी प्रकार के इंतजाम कर रहे हैं।