ओबीसी महाधिवेशन मे जनगणनासहित 14 ठराव समंत

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नई दिल्ली,दि.08- राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ द्वारा दिल्ली के कॉन्स्टीट्युशनल क्लब ऑफ इंडीया मे आयोजित द्वितीय महाधिवेशन मे ओबीसी जनगणासहित 14 ठराव समंत किये गये। महाधिवेशन के अध्यक्ष राष्ट्रिय ओबीसी महासंघ के सयोंजक प्राचार्य बबनराव तायवाडे ईन्होने अपने अध्यक्षीय भाषण मे देश क सभी ओबीसी पिछडो के सभी संघटनाओ को लेकर देश मे शक्तीशाली संघटन का गठन कर सभी को लेकर न्यायिक लढाई के लिये आंदोलन की रुपरेषा निश्चित कर शक्तीप्रदर्शन करने की बात की।महाराष्ट्र के बाद दिल्ली के धरती पर ओबीसी समाज पहली बार इतनी भारी संख्या मे इकठ्ठा होना यह सामाजिक बदलाव का नयी सुरवात है। हम सब को मिलकर ओबीसी के लिये लढने काा वक्त आ चुके एैसे विचार व्यक्त किये।इसके बाद इस महाधिवेशन मे 14 ठराव रखे गये जिन्हे सर्वसमंतीसे समंत किया गया। पुर्व कुलपती पी.सी.पतंजली इन्होनेे इन सभी ठरावो का अनुमोदन किया।
लिये गये ठरावे मे- ओबीसी समाज की जनगणना अतिषिघ्र घोषित कर राज्य और केंद्र में स्वतंत्र ओबीसी मंत्रालय की स्थापना की जाए।मंडल आयोग, नचीप्पन कमिटी और स्वामिनाथन आयोग की सभी सिफारसे तूरंत लागू करे।ओबीसी किसान, किसान मजदूर को 60 वर्ष के बाद पेंशन योजना लागू की जाय। ओबीसी को क्रिमीलेअर की लगाई गई असंवैधानिक शर्ते अविलंब रद्द की जाए। ओबीसी कर्मचारियों को पदोन्नती में आरक्षण संविधानिक अधिकारों के तहत मिलना चाहिए। ओबीसी के लिए विधानसभा और लोकसभा में स्वतंत्र निर्वाचन क्षेत्र बने। तहसील न्यायालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय तक सभी न्यायिक स्तर पर ओबीसी को आरक्षण लागू करना चाहिए। ओबीसी प्रवर्ग को अॅट्रासिटी कानून में समाविष्ट किया जाए। ओबीसी किसानो को वनहक्क पट्टो के लिए लगाई गई तीन पीढ़ियों की शर्ते को अतिशिघ्र रद्द किया जाए । ओबीसी विद्यार्थियो के लिए सिव्हिल सर्विसेस और स्पर्धा परिक्षा के प्रशिक्षण के लिए हर राज्य और जिल्हा स्तर पर प्रशिक्षण संस्था स्थापित की जाये। राष्ट्रीय पिछडावर्ग आयोग को संविधानिक दर्जा प्राप्त हो।कृषी क्षेत्र के लिए स्वतंत्र बजट और स्मार्ट व्हिलेज योजना लागू की जाये। देश के हर तहसील और जिल्हास्तर पर ओबीसी छात्रो के लिए स्वतंत्र छात्रावास की व्यवस्था की जाये।केन्द्र और राज्य सरकारी कार्यालयोमे ओबीसी संवर्ग के रिक्त पदोंका अनुशेष भरने के लिये विशेष स्वतंत्र मोहिम चलाई जाय और खाली पदे भरने हेतू सक्त कानून बनाया जाय एवं मॉनिटरींग कमिटी की स्थापना की जाय आदि का समावेश था। समारोपिय सत्र का संचालन युवा प्रमुख मनोज चव्हाण इन्होने एंव आभार शरद वानखेडे इन्होने माना।