रबी फसलों का भुगतान नहीं होने से खरीफ कि खड़ी फसलों का कर रहे हैं सौदा

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नीजी धान व्यापारी को किसन दें रहा है अपना सात बारा।

सुरेश येडे/ रावनवाडी–रबी फसलों का किसानों को भुगतान नहीं होने से खरिफ फसल लगाने के लिऐ नीजी धान व्यापारी के पास अभी से अपनी फसल का सस्ते दर में सौदा कर पांच प्रतिशत ब्याज पर रूपया ले रहे हैं।मजबुर किसानों को लुटने का काम यह नीजी धान व्यापारी गोंदिया तहसीलों के गांव में कर रहे हैं।खरीफ कि फसल आने में चार महा का अभी समय है लेकिन किसान सरकार कि गलत नितीयो के चलते अपने साथ बारा आने वाले खरिफ के फसल के लिऐ अवैध रूप से धान खरीदी का कारोबार करने वाले को दे रहे हैं और किसान मजबुरन नुकसान उठा रहा है।यह गोरख धंधा करने वाले पर अंकुश और कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है इस लिऐ किसान का मजबुरी का फायदा उठा रहे हैं।
गोंदिया तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों चार महा बाद आने वाली खरिफ कि धान फसल अभी से १४०० के भाव में बिक्री होने का सौदा हो रहा है।यह सौदा नीजी धान व्यापारी कर रहे हैं और मजबुर किसानों को पांच प्रतिशत ब्याज पर कर्ज भी दे रहे हैं।रबी फसलों का भुगतान किसानों को नहीं होने से और खरिफ कि फसल लगाने रूपयों कि जरूरत होने कि वजह से यह परिस्थिति गोंदिया तहसील के रावनवाडी चारगाव गर्रा मुरपार आदी गांव में निर्माण हो गई है। सरकार द्रारा निर्धारित धान के भाव से ५०० रूपया कम दरों में धान फसल का सौदा और धान व्यापारी से लिऐ राशि पर पांच प्रतिशत ब्याज से तहसील का किसान लुट रहा है। किसानों ने आधारभुत शासकीय धान केंद्र पर रबी कि फसल बेचा हुआ तीन महीने का समय बीत गया लेकिन किसानों को रबी फसलों का भुगतान नहीं होने से किसान नीजी धान व्यापारी के शिकार हो रहे हैं।नीजी धान व्यापारी किसानों से खरीफ फसलों का सौदा १४०० रूपया किवंटल पर कर रहा है और किसानों को दिऐ नगद राशि पर अतिरिक्त ५ प्रतिशत ब्याज भी किसानों को चार महा बाद आने वाली बेचने के समय देना होगा।यह अवैध धान कारोबारी किसानों से साथ बारा और बैंक पास बुक आधर कार्ड भी मांग रहे हैं।सात बार धान व्यापारी इस लिऐ मांग रहा है कि उन्हीं किसानों के नाम से शासकीय धान केंद्र पर धान बेच कर अधिक मुनाफा नीजी धान व्यापारी कमा सके यह परिस्थिति इस बार इस लिऐ ज्यादा निर्माण हुई है कि किसानों को रबी फसलों का भुगतान नहीं हुआ है। किसानों को लुट रहे इन नीजी धान व्यापारी पर कार्रवाई कर किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाऐ।
रूपया नहीं होने से हम जा रहे व्यापारी के पास
रबी धान का समय पर भुगतान हो गया रहता तो हम भी खरिफ फसल लगाने के लिऐ परेशान नहीं होते। रूपया नहीं होने कि वजह से धान व्यापारी से कर्ज लेकर खड़ी फसल का मजबुरी में सौदा कर रहे हैं।
किसान यशवंत लिलहारे मुरपार
गलत नितियों का शिकार हो रहा है किसान
समय पर रूपया मिल जाता तो किसानों खरिफ अंतर्गत आने वाले धान कि फसल को ५०० रूपया कम दामों में नीजी धान व्यापारी को नहीं बेचना पड़ता। किसानों के मजबुरी का फायदा यह नीजी धान व्यापारी उठा रहे हैं।
किसान राजेश हरिणखेडे चारगाव।
व्यापारी के चंगुल में फसा किसान
नीजी धान व्यापारी ने सभी हदें पार कर इस मर्तबा गोंदिया तहसील में किसानों को लुट रहे हैं। मजबुर किसान ५ प्रतिशत ब्याज पर कर्ज और सस्ते दरों में धान बेचने का सौदा कर रहा है। मजबुर किसान खरिफ फसल लगाने इन धान व्यापारी के सामने खुद हि लुट रहा है। यह अवैध धान व्यापारी भी मौके का फायदा उठा रहे हैं इस लिऐ किसान मुख्य धारा में नहीं आ रहा है।
किसान सोहिद कोहरे रावनवाडी।