गोरेगांव तहसील कार्यालय के सामने पीडि़त किसान ने की भूख हड़ताल शुरू

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गोरेगांव,25 जनवरीः- तहसील के भंडग़ा निवासी कोमलप्रसाद देवकरण कटरे ने मुआवजे की मांग को लेकर गणतंत्र दिन के एक दिन पूर्व से ही गोरेगांव तहसील कार्यालय के सामने २५ जनवरी से अनिश्चितकालिन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इस आंदोलन से तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इस संदर्भ में कोमलप्रसाद कटरे ने जिलाधिकारी को विनंती पत्र देकर आंदोलन की जानकारी दी कि मालकियत की भंडगा ग्राम में गट क्र. ५५२ में १.०२ हेक्टर आर जमीन है। इस जमीन के सामने ग्राम के ही एक किसान ने अतिक्रमण कर खेती में जाने का रास्ता बंद कर दिया था। जिस वजह से वर्ष २०१३-१४ में धान की फसल को नुकसान पहुंचा। इस संदर्भ में २३ नवंबर २०१३ को गोरेगांव तहसीलदार को अवगत कराकर नुकसान भरपाई की मांग की गई थी। परंतु इस ओर अनदेखी की गई। अतिक्रमण नहीं हटने से ४ वर्षों तक फसल लगाई नहीं गई। जिस वजह से लाखों रूपयों का नुकसान पहुंचा है। अतिक्रमण हटाने एवं नुकसान भरपाई देने इस मांग को लेकर ६ अक्टूबर २०१७ को ग्राम के ही १५० फुट ऊचाई की पानी टंकी पर चढ़कर तीन दिनों तक आंदोलन किया गया था। इस दौरान तहसील कार्यालय के कर्मचारी ने तत्कालिन जिलाधिकारी से मोबाईल के माध्यम से बात कराई। इस दौरान की बातचित में तत्कालिन जिलाधिकारी ने मौखिक आश्वासन दिया था कि पानी की टंकी से निचे उतरकर आंदोलन समाप्त करें। आपकी उपरोक्त सभी मांगे पूर्ण की जाएगी। जिस पर आंदोलन पिछे लिया गया। किंतु अब तक किसी भी प्रकार की नुकसान भरपाई नहीं दी गई। इसलिए फिर से २५ जनवरी से तहसील कार्यालय के सामने अनिश्चिकालिन भूख हड़ताल शुरू कर दी है और मांग की गई है कि वर्ष २०१२-१३ में न्याय देने में विलंब करने से जो नुकसान पहुंचा है। वह भरपाई दी जाए। रिकार्ड दुरूस्ती करने में विलंब करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई कर उन्हें निलंबित किया जाए और पाच वर्षों तक मुझे शारिरीक, मानसिक व आर्थिक परेशान किया गया है, उसका मुआवजा तत्काल दिया जाए। जब तक मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक भूख हड़ताल शुरू रहेगी। इस तरह का आंदोलन शुरू होने से तहसील प्रशासन हड़कंप में आ गया है।