बुथ मॅनेजमेंट, नुक्कड सभा व प्लानिंग कर दम दिखायें : डॉ. विजया नांदुरकर

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बसपा-सपा पदाधिकारीयों की संयुक्त सभा
गोंदिया,दि.28 : दोनों जिले में पुनर्वसन, बेरोजगारी के मुद्दे हैं. बेरोजगारी दूर करने में भाजपा-कॉंग्रेस फेल हो गई है. बसपा की सरकार ने उत्तर प्रदेश में जमिनीस्तर पर काम किया है. बहन मायावती के शासन की तारीफ विपक्ष भी करते नहीं थकता. लोकसभा का चुनाव हमारी परीक्षा है. बुथ मॅनेजमेंट नुक्कड सभाएं व प्लानिंग कर हर बुथ पर दम दिखाकर बसपा उम्मीदवार को विजयी करें. उक्त आशय के विचार बसपा-सपा गठबंधन की संयुक्त उम्मीदवार डॉ. विजया नांदुरकर ने बसपा द्वारा होटल आर्चिड में विधानसभा क्षेत्र के बुथ सेक्टर पदाधिकारीयों की आयोजित सभा में व्यक्त किये.
सभा अध्यक्षता बसपा की विदर्भ झोन प्रभारी उषा बौद्ध ने की. प्रमुख अतिथी के रूप में प्रदेश प्रभारी पंकज वासनिक, जिला प्रभारी पंकज यादव, जिलाध्यक्ष दुरवास भोयर, भंडारा बसपा महिला अध्यक्ष प्रिया शहारे, जि.प. सदस्या रेखा भुसारी, माली महासंघ के जिलाध्यक्ष गुरनुले, राजेश नागरीकर, पार्षद लोकेश कल्लू यादव, शहर अध्यक्ष बबलू तोलानी, ललीता यादव, अरूण गजभिये, मोहसीन खान, श्रीमती गाडकिने आदी उपस्थित थे.
इस समय पंकज यादव ने कहा की भाजपा ने बेटी बचाओ, बेटी पढाओ, का नारा दिया. लेकीन बसपा ने महिला को टिकट देकर धरातल पर उतारा है. पंकज वासनिक ने कहा की भाजपा सरकार की दमनकारी नितीयों को नेस्तनाबूत करने के लिए युपी में बडा गठबंधन बना है. पार्षद कल्लू यादव ने कहा की हमारे उम्मीदवार के नाम मे ही विजया यह राष्टÑ विजय का है. बसपा के कार्यकर्ता सेनापति के निर्देश पर काम करते है. जिले मे १ लाख महिला मतदाताओं की संख्या है. इसमें से आधे मत मिल जाए तो हमें किसी के मतों की जरूरत नहीं है. जिलाध्यक्ष भोयर ने कहा की गोंदिया विधानसभा क्षेत्र में १०८ ग्राम पंचायत व ३१० बुथ है. हर बुथ पर बसपा के कार्यकर्ता तैनात रहेंगे. विदर्भ प्रभारी उषा बौद्ध ने अपने मार्गदर्शन में कहा की ११ को महात्मा फुले व १४ अप्रैल को डा. आंबेडकर जयंती है. हम गुरू व शिष्य के वंशज है. उन्होंने कहा की हमारी डॉक्टर उम्मीदवार का जनता से भावनात्मक रिश्ता रहा है. सांसद बन जाने के बाद मनुवादी व्यवस्था को इंजेक्शन देने का काम करेगी. संचालन कमल हटवार ने आभार विलास बौद्ध ने माना. सफलतार्थ अशोक अरखेल, छोटू बोरकर, गणाजी चव्हाण, सुनिल भरने, उत्तम मेश्राम, दीपक वाहाणे, सुशिल गणवीर, नुरनिखत खान, प्रवीण बौद्ध आदी ने परिश्रम किया.