मछली बाजार के निर्माण कार्य पर लगा स्टे हटा

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नागपुर। नागपुर में मछली बाजार निर्माण कार्य पर राज्य के नगरविकस विभाग द्वारा 26 मार्च 2013 को लगाया गया स्थगनादेश हटा दिया गया. यह जानकारी मनपा में सत्तापक्ष नेता दयाशंकर तिवारी ने दी. इसके साथ ही अब अविलम्भ निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इसके लिए केंद्र सरकार की नेशनल फिशरी डेवलपमेंट कारपोरेशन ने राज्य सरकार के सम्बंधित विभाग के मार्फ़त 90% अनुदान दिया था, शेष 10% राशि मनपा को लगानी है.

तिवारी ने बताया कि उक्त निर्माण कार्य नाग नदी किनारे रहातेकर वाड़ी स्थित निर्माण होनी है.यह जगह मनपा के मालकी की है, इसके पास भवन निर्माता विजय डांगरे और विधायक सुनील केदार के नाना प्रकार के हस्तक्षेप की वजह से स्थगनादेश आया था. यह जगह लगभग 19000 वर्ग फुट का है. इस निर्माण कार्य का ठेका सुविचार कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था. इस कंपनी को 90.96 लाख रूपए का वर्क आर्डर 1 जून 2012 को दिया गया था.

मछली बाजार के साथ वेस्टेज का ट्रीटमेंट प्लांट, आइस यूनिट, मछली का कचरा को डिस्पोजल की वयवस्था करनी है. भवन निर्माता विजय डांगरे और विधायक सुनील केदार ने यह भी जानकारी देकर राज्य सरकार को गुमराह करने की कोशिश की थी कि इस बाजार के समीप मंदिर है, जबकि उक्त मंदिर 65 मीटर की दुरी है. दरअसल डांगरे की भवन को बेचने में दिक्कत आने की संभावना के मद्देनज़र उक्त गुमराहपूर्ण चाल चली गई थी. इस निर्माणकार्य को पुनः शुरू करवाने के लिए पूर्व मानपायुक्त वर्धने और वर्त्तमान मनपायुक्त श्रावण हर्डीकर ने अथक मेहनत की. इस बाजार में 4-5 दर्जन मछली के पेशे से जुड़े को समाहित किया जायेगा. इसलिए इस धंधे के लोगो का वीडियो शूटिंग भी किया गया है ताकि कोई गड़बड़ी न हो.