पहचान लिए गए हैं कांग्रेस के मददगार, छोड़ेंगे नहीं, चुनावी हार पर रमन का गुस्सा फूटा

0
23

रायपुर. नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में कई सीटों पर हार के बाद भाजपा के दिग्गज गुरुवार को जब सदस्यता अभियान की समीक्षा करने बैठे, तो मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सौदान सिंह का गुस्सा फूट पड़ा। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने दो टूक कहा- निकाय और पंचायत चुनावों में कांग्रेस की मदद करने वालों के नाम मिल गए हैं। उन्हें छोड़ेंगे नहीं। दोनों बड़े नेताओं के निशाने पर वे नेता रहे, जिन्होंने पार्टी प्रत्याशियों को हराने का काम किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा-जो लोग अपना पराक्रम अपने ही लोगों को हराने में दिखा रहे थे, वे दरअसल कांग्रेस की मदद कर रहे थे। ऐसे लोग अपने भविष्य के बारे में खुद कल्पना कर सकते हैं। सौदान ने भी यह कहने से परहेज नहीं किया कि ऐसे लोग दोबारा पार्टी से टिकट मिलने की उम्मीद न करें। एकात्म परिसर में भाजपा सदस्यता अभियान के सह प्रभारी अरुण सिंह की मौजूदगी में बैठक हुई । इसमें सदस्यता अभियान के अलावा सबसे अधिक बातें चुनाव परिणाम को लेकर हुईं। नगरीय निकाय चुनाव में केवल चार निगम ही भाजपा जीत पाई। पंचायत चुनावों में अपेक्षित सफलता नहीं मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम किया है, उन्हें पहचान लिया गया है। ऐसे लोगों पर समय आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पंचायत चुनाव का भी जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी के ही लोग आजकल नुकसान करने में लगे रहते हैं। खाली जैकेट वाला कड़े कपड़े पहनने से कुछ नहीं होता।

नेता अपने कपड़ों की क्रीज भी खराब करना नहीं चाहते। धरातल पर जाकर काम नहीं करते। जीतने वाली सीटें हमारे लोगों की वजह से ही हारे हैं। लोग अपने को पराक्रमी बताते थे अब वे हराने वाले पराक्रमी बन गए हैं। पार्टी को ही हराने में लग गए हैं। आश्चर्य तो इस बात का है कि जिन सीटों को हमने जीता हुआ माना था उन्हें ही हार बैठे।

कभी किसी कार्यकर्ता को जिताकर लाओ तो वो जिंदगी भर आपको याद करेगा। इस गलतफहमी में न रहें कि आपका कोई नुकसान नहीं होगा। सौदान जी समीक्षा करेंगे। उनके दिमागी कंप्यूटर में जो बात बैठ गई वो पांच साल तक नहीं भूलते हैं। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और महामंत्री संगठन रामप्रताप सिंह के अलावा तमाम प्रमुख पदाधिकारी भी मौजूद थे।

कई जिलों में भाजपा की हार, कांग्रेस खेमे में उत्साह

पंचायत चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा और कांग्रेस की ओर से अलग-अलग जीत के दावे हो रहे हैं। भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि राज्य की 27 में से 20 जिला पंचायतों में उसका कब्जा है। खुद मुख्यमंत्री का दावा है कि 20 जिला पंचायत अध्यक्ष भाजपा के बनेंगे। दूसरी ओर कांग्रेस का दावा है कि 18 जिला पंचायतों में उसको स्पष्ट बढ़त मिली है। यानी नगरीय निकाय चुनाव के बाद पंचायत चुनावों में भी कांग्रेस के खेमे में उत्साह है।