नक्सली हमले में शहीद जवानों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

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पटना. गया के डुमरिया में सर्च ऑपरेशन कर के लौट रहे मिनी बस से कोबरा के जवानो को नक्सलियों ने आईडी बलास्ट कर उड़ाया, जिसमे दो जवानों की मौत हो गई। शहीद जवानों (गुलाब यादव और परितम् दास) को गया के सीआरपीएफ के 159 वटालियन में भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इसमें डीआईजी आलोक राज ,आईजी शुशील खोपटे, सहित अन्य पदाधिकारी महजूद थे।
कोबरा के कमांडेट ने बताया की सर्च ऑपरेशन से लौट रहे मिनी बस से जवान को पहले से घात लगाये नक्सली ने आईडी बलास्ट कर घायल कर दिया, जिसमे दो जवान शहीद हो गए है। हम उन्हीं शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके पार्थिव शरीर को उनके घर भेज रहे हैं। कमांडेट ने कहा कि हमले के बाद नक्सलियों के खिलाफ गहन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

नक्सलियों ने पुल के नीचे लगाया था आईईडी
सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो की मिनी बस को नक्सलियों ने डुमरिया के पास लैंड माइन विस्फोट कर उड़ा दिया। मंगलवार शाम पौने छह बजे हुई इस घटना में दो जवान शहीद हो गए जबकि नौ जख्मी हो गए। बस उस समय ननई नदी के पास पुल से गुजर रही थी।
नक्सलियों ने पुल के नीचे ही आईईडी लगा रखा था। शहीदों में गुलाब यादव नरोत्तम दास शामिल हैं। हवलदार यादव यूपी के चंदौली और कांस्टेबल दास दिल्ली के रहने वाले थे। हालांकि डीजीपी पी.के.ठाकुर ने एक जवान के शहीद और तीन के घायल होने की पुष्टि की है।
बस में करीब 18 जवान सवार थे। आईजी ऑपरेशन सुशील एम खोपड़े को गया भेजा गया है। सीआरपीएफ के पटना सेक्टर के आईजी अरुण कुमार के अनुसार गया के बागपुर में नक्सलियों के आने की सूचना के बाद सोमवार को कोबरा की टीम सर्च में गई थी। ऑपरेशन के बाद कोबरा की एक टीम मंगलवार को लौट रही थी। नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हथियार लूटने की भी कोशिश की। इसी बीच सीआरपीएफ जवानों से लदे दूसरे वाहन भी वहां पहुंच गये। करीब आधे घंटे तक दोतरफा फायरिंग के बाद माओवादी अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गये।

ऑपरेशन में दो तरफा घिर गए थे नक्सली

बागपुर में एक शख्स की तलाश में आए नक्सलियों को सोमवार को सीआरपीएफ ने बिहार और झारखंड के पलामू की तरफ से घेर लिया था, लेकिन वे मुठभेड़ से बच निकले। मंगलवार को ऑपरेशन के बाद लौट रहे कोबरा कमांडो पर डुमरिया में घात लगाकर हमला कर दिया।

तो सड़क निर्माण के दौरान ही दबा दिया था आईईडी!

डुमरिया में आईईडी ब्लास्ट के बाद जांच में जुटी पुलिस को आशंका है कि नक्सलियों ने सड़क निर्माण के दौरान आईईडी दबा दिया था। हालांकि अभी इसकी जांच चल रही है। पुलिस को ऐसी सूचनाएं मिलती रही हैं कि गया के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण के दौरान ही कई जगहों पर नक्सलियों ने आईईडी दबा दिया था।